चंडीगढ़: कोरोना वायरस के खतरे की वजह से देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है. ऐसे में लोग अपने घरों में बंद हैं. जरूरी सेवाओं को छोड़कर फैक्ट्री, स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, परिवहन के साधन सब बंद हैं. इसका असर सीधे तौर पर प्रकृति पर देखने को मिल रहा है. देश में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो गया है. लुधियाना से हिमालय की चोटियां दिख रही है तो वहीं दिल्ली, गुरग्राम और फरीदाबाद के लोगों को भी साफ हवा नसीब हो रही है.
अगर बात चंडीगढ़ की करें तो चंडीगढ़ में भी पर्यावरण का स्तर अच्छा हुआ है. वैसे पहले भी चंडीगढ़ की आबोहवा साफ ही थी, लेकिन इन दिनों चंडीगढ़ का AQI भी काफी निचले स्तर पर आ गया है. बता दें कि चंडीगढ़ में एयर क्वालिटी इंडेक्स कम होकर 20 पॉइंट तक पहुंच चुका है, जो बेहद कम बार देखा गया है. ऐसा सिर्फ साल दो साल में एक बार देखने को ही मिलता है. वो भी बरसात के दिनों में.
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चंडीगढ़ पर्यावरण विभाग के निदेशक देवेंद्र दलाई ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत में बताया कि चंडीगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स जो आमतौर पर 70 से 80 पॉइंट तक रहता था. वो 20 पॉइंट तक पहुंच चुका है. जो कम ही देखा जाता है. खासकर मार्च और अप्रैल के महीने में AQI इतना नीचे कभी नहीं आया.
उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ में एयर क्वालिटी इंडेक्स इतना काम सिर्फ तभी आता है, जब चंडीगढ़ में कई दिनों तक बारिश होती है. बारिश के बाद धूल और प्रदूषण के कण नीचे बैठ जाते हैं, लेकिन एयर क्वालिटी इंडेक्स का 20 अंकों तक आना तब भी मुश्किल है. मार्च ओर अप्रैल महीने में इतना कम इंडेक्स आना असंभव है.
देवेंद्र दलाई ने बताया कि दूसरे शहरों की तुलना में चंडीगढ़ में AQI ज्यादा सुधरा है. जिसकी वजह ये है कि यहां पर 40 फीसदी हरियाली है. यहां के लोग भी काफी जागरूक हैं. लोग साइकिल और इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं ,इसलिए चंडीगढ़ के इंडेक्स में ज्यादा सुधार देखा जाता है.