चंडीगढ़: कृषि कानूनों के खिलाफ एक तरफ किसान सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी से दो राज्यों को सीएम आमने-सामने हैं.
एक तरफ मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसान आंदोलन का जिम्मेदार पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को बता रहे हैं तो दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर हरियाणा के सीएम को पानी पी-पीकर कोस रहे हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब तक मनोहर लाल किसानों के खिलाफ क्रूरता के लिए माफी नहीं मानेंगे. तब तक वो उनसे बात नहीं करेंगे. अमरिंदर सिंह ने कहा कि हरियाणा के सीएम खट्टर ने मेरे किसानों के साथ जो किया है उसके लिए वो उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे. पंजाब के सीएम ने कहा कि जबतक हरियाणा के सीएम उनसे माफी नहीं मांगेंगे तक तक वो उनसे बात नहीं करेंगे.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हरियाणा के सीएम कभी किसानों को खालिस्तानी बताते हैं तो कभी किसान आंदोलन के लिए मुझे दोष देते हैं. ऐसे में उन्हें पहले अपने दिमाग का इलाज करवा लेना चाहिए. पंजाब के सीएम ने कहा कि मैं एक राष्ट्रवादी हूं. हरियाणा की सीमा से लगता राज्य चलाता हूं. पंजाब में कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए मैं कभी भी कुछ नहीं करूंगा. मैं केवल शांति चाहता हूं और इसके लिए कुछ भी करूंगा.