चंडीगढ़: विधानसभा चुनाव के नजीदक आते ही एक बार फिर सियासी फिजाओं में AIIMS का मुद्दा गुंजने लगा है. अब चर्चा ये है कि रेवाड़ी के मनेठी गांव में नहीं बल्कि मसानी गांव में AIIMS बन सकता है.
मनेठी में नहीं बनेगा AIIMS ! रेवाड़ी के इस गांव के नाम पर लग सकती है मुहर - एम्स
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि AIIMS रेवाड़ी में ही बनेगा, लेकिन इसके लिए दूसरे गांव मसानी के नाम पर चर्चा हो रही है.
मनेठी में नहीं बनेगा AIIMS ! रेवाड़ी के ही इस गांव के नाम पर लग सकती है मुहर
क्या कहा अनिल विज ने ?
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि AIIMS का मामला हाईप्रोफाइल के साथ-साथ राजनीतिक भी है. मनेठी गांव की जमीन वन विभाग की थी. जिस वजह से मनेठी में AIIMS नहीं बन पा रहा है. इसकी जगह रेवाड़ी के ही दूसरे गांव मसानी गांव में AIIMS बनाने का विचार किया जा रहा है. विज ने कहा कि प्रस्ताव की फाइल सीएम को भेजी गई है और जल्द ही हाई लेवल की बैठकर कोई फैसला लिया जाएगा.
कहां फंसा है पेंच ?
- हरियाणा सरकार की ओर से रेवाड़ी के मनेठी में AIIMS बनाने का ऐलान किया गया
- सीएम मनोहर लाल ने 15 जुलाई 2015 को आयोजित जनसभा के दौरान मनेठी में AIIMS बनाने की घोषणा की
- 12 फरवरी 2019 को पीएम मोदी ने खुद रेवाड़ी के मनेठी में 22वें AIIMS के बनने की घोषणा की
- अंतरिम बजट में भी मनेठी में AIIMS बनने का मंजूरी दी गई
- अंतरिम बजट में AIIMS के लिए 1100 करोड़ रुपये बजट को मंजूरी दी गई
- केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की ओर वन सलाहकार कमेटी का गठन किया गया
- कमेटी ने AIIMS के लिए प्रस्तावित जमीन वन विभाग की होने की बात कही
- कमेटी ने AIIMS के लिए दूसरी जमीन तलाश करने को कहा
- अब सरकार की ओर से AIIMS के लिए दूसरी जमीन के तौर पर मसानी गांव को चुना गया है