चंडीगढ़: स्पीकर द्वारा जबरदस्ती नेम किए जाने पर प्रेस वार्ता करते हुए इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि स्पीकर मेरे प्रति द्वेष रखते हैं और पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर दूसरी बार नेम किया है. इस भाजपा गठबंधन सरकार को प्रजातंत्र में कोई विश्वास नहीं है, यह तुगलकी फरमान जारी करती है. कोर्ट को ये नहीं मानते, कैग की रिपोर्ट को ये नहीं मानते, प्रजातंत्र को ये नहीं मानते. चौथा स्तंभ कहे जाने वाले प्रेस के लोगों को भी इन्होंने नहीं बक्शा और उनके खिलाफ झूठे मुकदमें कर जेल में डाल रहे हैं.
भाजपा गठबंधन सरकार किसानों को कैसे कमजोर किया जाए उसके लिए योजनाएं बनाते रहते हैं. फसल बीमा के नाम पर किसानों से हजारों करोड़ रुपये लूट लिए. मुख्यमंत्री रहते चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने फ्लड के पानी के लिए दादूपुर नलवी नहर बनवाई थी. इन्होंने वो नहर इसलिए बंद कर दी क्योंकि उससे चार जिलों के किसानों को लाभ मिलता था. नमी के नाम पर धान खरीद में हजारों करोड़ रुपये का घोटाला किया जिसकी जांच की मांग हमने की थी, लेकिन आज तक कोई जांच नहीं करवाई गई. गेहूं खरीद घोटाला समेत और भी कई घोटाले किए जिनकी आज तक कोई जांच सार्वजनिक नहीं की गई.
उन्होंने कहा कि, 'बजट सत्र के लिए वह अपनी यात्रा को बीच में छोड़ कर आए हैं ताकि किसानों समेत कमेरों के मुद्दे सदन में उठा सकूं, लेकिन भाजपा गठबंधन सरकार ने स्पीकर के साथ साजिश रच कर मुझे नेम कर सदन से बाहर निकाल दिया. मुझे यह कह कर नेम किया कि मैंने अपशब्द कहे. असल में अपशब्द तो स्पीकर ने कहे थे जब उन्होंने मुझे धमकी देते हुए कहा था कि वो मुझे देख लेंगे इसके लिए स्पीकर को मुझ से माफी मांगनी चाहिए.'