चंडीगढ़: सोमवार को 8 पूर्व विधायकों ने हरियाणा कांग्रेस पार्टी का दामन (ex mla joins congress in chandigarh) थामा. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने सभी को पार्टी में शामिल किया. इनमें शारदा राठौर, रामनिवास घोड़ेला, नरेश सेलवाल, परमिंदर सिंह ढुल, जिले राम शर्मा, राकेश कंबोज, राजकुमार वाल्मीकि और सुभाष चौधरी शामिल हैं. इनके साथ एलएसपी प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल पांचाल ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है.
खबर है कि इन नेताओं की ज्वाइनिंग के लिए राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा कई दिनों से प्रयासरत थे. इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान ने सभी नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं का कांग्रेस में स्वागत किया. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एकसाथ इतनी बड़ी तादाद में दिग्गज नेताओं की पार्टी में ज्वाइनिंग जनता की भावनाओं को प्रतिबिंबित कर रही है. इससे स्पष्ट है कि अब जन भावनाएं कांग्रेस के साथ हैं. कांग्रेस को जनता का तगड़ा रिस्पॉन्स मिल रहा है.
उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए यही एकमात्र विकल्प है. आने वाला समय कांग्रेस का है. इस मौके पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने वाले सभी नेता अलग-अलग वर्गों और जातियों का प्रतिनिधित्व करते हैं. इनमें दो कंबोज, एक ब्राह्मण, एक जाट, दो अनुसूचित जाति वर्ग, एक राजपूत, एक पांचाल और एक प्रजापति समाज से संबंध रखते हैं. ये ज्वाइनिंग स्पष्ट संकेत दे रही है कि सभी वर्ग कांग्रेस के साथ है. इनके आने से पार्टी को और मजबूती मिलेगी.
उदय भान ने कहा कि अब सब मिलकर संगठन को आगे बढ़ाने के लिए मेहनत करेंगे. इस मौके पर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और कई बड़े नेता मौजूद रहे. बता दें कि जिन आठ पूर्व विधायकों ने कांग्रेस को ज्वाइन किया है उनमें से तीन को कुमारी सैलजा ने हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए पार्टी ने निकाला था. उन तीन पूर्व विधायकों में नरेश सेलवाल, शारदा राठौर और रामनिवास घोड़ेला का नाम शामिल है.
शारदा राठौर: शारदा राठौर फरीदाबाद जिले की बल्लभगढ़ विधानसभा सीट से 2005 से 2009 तक विधायक रहीं. 2005 के चुनाव में वो 34,076 मतों के अंतर से चुनाव जीतीं. इसके बाद 2009 में इनकी जीत का अंतर 23,844 वोटों का था. पिछले विधान सभा चुनाव से पहले अगस्त 2019 में शारदा कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई थी. माना जा रहा है कि उनके कांग्रेस में वापस आने से पूरे फरीदाबाद क्षेत्र में पार्टी को मजबूती मिलेगी.
राम निवास घोड़ेला: साल 2009 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में रामनिवास घोड़ेला सिरसा के बरवाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने की टीस के बाद उन्होंने साल 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ा था.
नरेश सेलवाल: नरेश सेलवाल हिसार जिले की उकलाना (सुरक्षित) सीट से 2009 में विधायक चुने गए. क्षेत्र की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए माना जा रहा है कि नरेश सेलवाल के वापस पार्टी में आने से कांग्रेस को अनुसूचित जाति वर्ग में और मजबूती मिलेगी और समाज में पार्टी का विस्तार होगा.