चंडीगढ़: साल 2014 में हरियाणा में 15 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. जिसमें मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और ऐतिहासिक 76 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. इस बार हरियाणा में 68.30 फीसदी मतदान हुआ है. इसके साथ ही प्रदेश की जनता ने 1169 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो गया है. अब इंतजार बस 24 अक्टूबर का है. राजनीतिक पंडितों के मुताबिक सूबे की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर देखी जा रही है.
कांग्रेस और बीजेपी में सीधी टक्कर!
वहीं जेजेपी भी 8 से 10 सीटों पर टक्कर में नजर आ रही है. जनता ने अपना फैसला कर दिया है. अब 24 अक्टूबर को साफ हो जाएगा कि जनता ने किसे अपना सिरमौर चुना है. बता दें कि बीजेपी ने हरियाणा में पहली बार अपने दम पर 1991 में विधानसभा चुनाव लड़ा था. तब बीजेपी को 90 में से सिर्फ़ 2 सीटें मिल पाईं थीं और 70 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी. उसके बाद आए कई चुनावों में बीजेपी गठबंधन के भरोसे ही राज्य में बनी रही.
फ्रंट फुट पर नजर आ रही है बीजेपी!
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 47 सीटें जीतकर पहली बार अपने दम पर सरकार बनाई. कांग्रेस को 15 और इनेलो को 19 सीटें मिलीं. लेकिन इस बार परिस्थितियां अलग नजर आ रही हैं. कभी तीसरे मोर्चे पर रहने वाली बीजेपी अब सूबे में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार बीजेपी ने अपने दम पर सभी 10 सीटें हासिल कर लीं और अपने 58% वोटों के साथ ही आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत की उम्मीदें खड़ी कर दी हैं.