चंडीगढ़: देश में लोगों को जितना इंतजार दशहरे के त्यौहार का रहता है उतना इंतजार रामलीला का भी होता है. दशहरे से पहले आयोजित होने वाली रामलीला में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं, लेकिन इस बार ये संशय बना हुआ था कि रामलीला का आयोजन हो पाएगा या नहीं. चंडीगढ़ के लोगों के लिए ये खुशी की बात है कि चंडीगढ़ प्रशासन ने 44 में से 20 रामलीला को आयोजन की अनुमति दे दी है, जबकि हरियाणा और पंजाब में अभी तक रामलीलाओं की आज्ञा नहीं मिल पाई है.
इस बारे में हमने चंडीगढ़ केंद्रीय रामलीला महासभा के अध्यक्ष बीपी गौड़ से बातचीत की. उन्होंने कहा कि वे चंडीगढ़ प्रशासन को शुक्रिया अदा करते हैं क्योंकि प्रशासन की ओर से उन्हें 20 रामलीलाओं के आयोजन की अनुमति मिल गई है. हालांकि प्रशासन की ओर से आयोजन के लिए कई जरूरी नियम तय किए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है. हम अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे कि उन सभी नियमों का गंभीरता से पालन किया जाए.
हमें नियमों की जो चिट्ठी मिली थी उसमें ये भी लिखा था कि अगर किसी रामलीला में लापरवाही बरती गई तो आयोजनकर्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है और उसे गिरफ्तार भी किया जा सकता है. जिसको लेकर हमारे मन में डर था, लेकिन चंडीगढ़ के एसएसपी ने हमें ये भरोसा दिलाया है कि किसी भी आयोजनकर्ता को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. हालांकि हमने अपनी और से प्रशासन को आश्वस्त किया है कि रामलीला के आयोजन में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी, लेकिन फिर भी अगर कोई छोटी मोटी गलती हो जाती है तो उसे नजरअंदाज किया जाए.