चंडीगढ़: हिमाचल प्रदेश सरकार चंडीगढ़ में फंसे अपने राज्य के लोगों को निकालने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है. इसके लिए चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन में अधिकारियों की टीम को भी लगाया गया है, लेकिन वापस राज्य जाने के लिए जिस तरह से हजारों की संख्या में लोग आवेदन कर रहे हैं. वो सरकार और प्रशासन के लिए भी चुनौती बनता जा रहा है.
हालांकि, इसके समाधान के लिए सरकार और अधिकारी अपने स्तर पर हर प्रयास कर रहे हैं, ताकि सभी लोगों को सुरक्षित तरीके से वापस हिमाचल प्रदेश पहुंचाया जाए.
कितने लोगों ने किया वापस राज्य जाने के लिए आवेदन?
हिमाचल प्रदेश भवन में लगातार हिमाचल प्रदेश के लोग वापस जाने के लिए संपर्क कर रहे हैं. अभी तक करीब 1500 के आसपास लोगों ने आवेदन किया है. वहीं हजारों की संख्या में लोग लगातार हिमाचल भवन के अधिकारियों से वापस राज्य जाने के लिए संपर्क कर रहे हैं.
हालांकि, अधिकारी अपने स्तर पर सभी की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रहे हैं और लोगों को कैसे ऑनलाइन अप्लाई करना चाहिए और वो कैसे अपने निजी वाहनों से प्रशासन से अनुमति लेकर वापस राज्य जा सकते हैं. इन सभी बातों को अधिकारी समझा रहे हैं.
किस बात की वजह से लोगों को निकालने में हो रही है देरी?
हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रयास से अभी तक चंडीगढ़ हिमाचल भवन से 350 से अधिक छात्र वापस अपने राज्य जा चुके हैं. वहीं सरकार का प्रयास है कि जो भी लोग वापस अपने राज्य आना चाहते हैं, उन सभी को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जाए.
इसके लिए सरकार के प्रयासों के तहत हिमाचल भवन चंडीगढ़ में अधिकारियों की टीम को लगाया गया है, लेकिन अधिकारियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती हजारों की संख्या में लोगों के आवेदन के साथ-साथ कुछ अनचाहे लोग मुश्किल खड़ी कर रहे हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया में एक अफवाह फैलाई गई कि 28 अप्रैल को हिमाचल भवन चंडीगढ़ से लोगों को ले जाने के लिए बसें चलाई जा रही हैं. जबकि ये मात्र कोरी अफवाह थी. अधिकारियों ने इस अफवाह को देखते हुए सैक्टर-26 थाने में इसके संबंध में पुलिस से बात की.
सरकार और अधिकारियों के सामने क्या है बड़ी चुनौती?
सरकार की कोशिश है कि जो लोग हिमाचल भवन चंडीगढ़ में आवेदन कर रहे हैं उन्हें बसों के द्वारा सीधे उनके जिलों में पहुंचाया जाए. यानि जो जिस जिले का है वो सीधे चंडीगढ़ से बस से वापस अपने जिले पहुंचे. सरकार इसकी व्यवस्था करना चाह रही है.
सरकार की मंशा भी साफ है कि हर हिमाचली को जो वापस आना चाहता है, उसे किसी भी सूरत में वापिस पहुंचाया जाए, लेकिन जिस तरीके से आवेदन करने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है. उसे देखते हुए सरकार और अधिकारियों को ये भी चिंता है कि कहीं हिमाचल भवन में जब लोगों को बुलाया जाएगा उससे अव्यवस्था पैदा ना हो.
इस दिक्कत को देखते हुए सरकार और अधिकारी कुछ ऐसा रास्ता निकालना चाह रहे हैं जिससे चंडीगढ़ हिमाचल भवन में भी अव्यवस्था ना हो और लोग भी वापस अपने राज्य पहुंच जाएं. इसके लिए हर स्तर पर सरकार और अधिकारी रास्ता निकालने के लिए चर्चा कर रहे हैं.