चंडीगढ़: इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ तीसरे स्थान से फिसलकर 20वें स्थान पर पहुंच गया है. चंडीगढ़ की रैंकिंग में इस साल 17 अंको की गिरावट आई है जिससे नगर निगम की काफी किरकिरी हो रही है.
चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर हरदीप सिंह ने कहा कि नगर निगम अपनी गलती स्वीकारता है क्योंकि कुछ कमियां रही होंगी जिस वजह से चंडीगढ़ की रैंकिंग इतनी गिर गई.
उन्होंने कहा कि कचरे के निष्पादन में लापरवाही बरती गई. जिस वजह से चंडीगढ़ की रैंकिंग गिरी साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कई योजनाएं समय पर पूरी नहीं की जा सकी. यह भी एक कारण रहा. वहीं हरदीप सिंह ने कहा कि नगर निगम अगले साल के लिए पूरी मेहनत करेगा ताकि अगले साल चंडीगढ़ को सुधारा जा सके.
वहीं रैंकिंग गिरने की वजह से विपक्षी पार्टियों को भी भाजपा पर हमला बोलने का मौका मिल गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल ने कहा कि चंडीगढ़ की रैंकिंग 20वें स्थान तक पहुंचना एक शर्म की बात है.
भाजपा ने चंडीगढ़ की हालत बद से बदतर कर दी है. भाजपा नेता आपस में एक दूसरे से लड़ने में उलझे हुए हैं और उधर सिटी ब्यूटीफुल की हालत खराब होती जा रही है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ 20वें नंबर पर पहुंच गया है और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में चंडीगढ़ 67वें स्थान पर है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा चंडीगढ़ के साथ क्या कर रही है.
बता दें कि साल 2017 में चंडीगढ़ 11वें स्थान पर रहा था. जिसके बाद नगर निगम ने चंडीगढ़ की रैंकिंग सुधारने के लिए काफी मेहनत की. उस समय नगर निगम को स्थानीय लोगों का भी भरपूर साथ मिला था और 2018 में चंडीगढ़ को तीसरा स्थान मिला था. मगर इस बार पूरी तैयारी ना होने की वजह से चंडीगढ़ 20वें स्थान पर पहुंच गया है जो सिटी ब्यूटीफुल के लिए एक बड़ा मसला है.