फरीदाबादःओपी चौटाला ने जब सीएम की तुलना जानवर से की तो उन्हें चौतरफा निंदा झेलनी पड़ी. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और माफी की मांग की. लेकिन आज जब फिर से ओपी चौटाला फरीदाबाद में कार्यकर्ताओं से मिले तो उन्होंने माफी तो नहीं मांगी बल्कि अपनी बात दोहरा दी.
ओपी चौटाला हैं कि मानते नहीं !
ओपी चौटाला आज फरीदाबाद में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे थे हार पर मंथन करने लेकिन उनका मंथन सीएम को बुरा-भला कहे बिना पूरा नहीं हुआ. सीएम की जानवर से तुलना करने के बाद चौटाला चौतरफा निंदा झेल रहे हैं और इस बीच एक बार फिर सीएम की तुलना जानवर से करना, इस पर क्या कहा जाए.
चौटाला ने अपनी बात को सही ठहराया
ओपी चौटाला ने खुद को सही ठहराते हुए कहा कि मैंने किसी दुर्भावना से ग्रस्त होकर सीएम को नकारा पशु की संज्ञा नहीं दी बल्कि उनके काम ही ऐसे हैं.
ओपी चौटाला ने पीएम की तुलना हिटलर से की
सीएम को नकारा पशु कहने के बाद अगले दिन ओपी चौटाला ने पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की थी. उनके इस बयान पर भी काफी विवाद हुआ.
बीजेपी ने ओपी चौटाला के खिलाफ खोला मोर्चा
बीजेपी के तमाम नेताओं ने ओपी चौटाला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनसे लगातार माफी की मांग कर रहे हैं. एक ओर जहां बीजेपी नेता ओपी चौटाला के बयान की निंदा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर कल बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ओपी चौटाला का पुतला फूंककर माफी की मांग की थी.
सीएम का ओपी चौटाला पर पलटवार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ओपी चौटाला के बयान पर पलवार करते हुए ट्वीट किया था कि," ओपी चौटाला जी आपकी इसी अमर्यादित भाषा की वजह से जनता ने आपको सबक सिखाया है. आप मर्यादा तोड़ सकते हैं लेकिन मेरी शिक्षा ऐसी नहीं है. भगवान से यही प्रार्थना करूंगा कि वे आपको सदबुद्धि दें और आपकी उम्र लंबी करें.