भिवानी: एक ओर जहां इस महामारी के दौर में कुछ लोग ऐसे हैं, 'जो राम-राम जपना, पराया माल अपना' को चरितार्थ करते हुए लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे. वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो दूसरे की धन-संपत्ति को छूने तक को पाप समझते हैं. ऐसा ही एक वाक्या देखने को मिला है भिवानी में.
दरअसल, बरवाला के पंघाल गांव निवासी सुरेंद्र तोशाम क्षेत्र में किसी कार्य से आया हुआ था. यहां उसका पर्स गिर गया, जिसमें 10 हजार रुपये और कुछ जरूरी कागजात थे. बाद में ये पर्स गांव बजीणा निवासी और भिवानी धर्मेश टेक्सटाइल में असिस्टेंट मैनेजर के रूप में कार्यरत अनिल प्रजापति को मिला.