भिवानी: भिवानी के चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय एवं स्वावलंबी भारत अभियान के संयुक्त तत्वावधान में स्वदेशी उद्यमिता दिवस (Indigenous Entrepreneurship Day at CBLU) पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं पूर्व कुलपति प्रो. भगवती प्रसाद शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में भारत विश्व का है. भारत सबसे अधिक वर्किंग एज वाला देश बनने जा रहा है. भारत हमेशा से स्वावलंबी रहा है. भारत में बेरोजगारी नाम का कोई शब्द ही नहीं था. वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके मित्तल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे नौकरी पाने वाले नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाले बनें.
इस मौके पर चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके मित्तल ने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है. हमें अपनी 37 करोड़ युवा शक्ति को स्वावलंबी बनाने के प्रयास करने होंगे, ताकि भारत पुनः विश्व गुरु बन सके. उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वे नौकरी पाने वाले नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाले बनें. अन्य लोगों के लिए रोजगार सृजन कर भारत निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. उन्होंने कहा कि हम अपनी जमीन, पानी और खाद्यानों का सदुपयोग करें. किसान भी मार्केटिंग के गुर सीखें, जिससे वे अपनी आय को चार गुना कर सके. उन्होनें विद्यार्थियों द्वारा साझा किए गए अनुभवों को पसंद किया.
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विश्वविद्यालय के प्रयासों की भी सराहना की. उन्होनें सभी से स्वावलंबी भारत अभियान में पूर्ण सहभागिता का आह्वान किया. उन्होनें कहा कि हम अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि करें. आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है. हमें भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की जरूरत है. इससे रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकते हैं. भारत को आगे बढ़ाने के लिए हम विदेशी ब्रांडों की बजाय भारत निर्मित स्वदेशी वस्तुएं ही अपनाएं. कुलपति ने कहा कि जिले के युवाओं में बहुत जज्बा है. जिले के युवा अपनी कौशलता के दम पर हर क्षेत्र में प्रथम आते हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे रोजगार सृजन केंद्र एवं स्वावलंबी भारत अभियान के प्रयासों की सराहना करते हुए कुलपति को आश्वासन दिया कि वे विश्वविद्यालय के साथ सदैव खड़े हैं .