भिवानी: हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा मछली पालन को एक प्रमुख रोजगार के रूप में अपनाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत झींगा पालन के अतंगर्त वर्ष 2022-23 के दौरान जिले में 23 पात्रों को 2 करोड़ एक लाख 73 हजार 839 रुपए का अनुदान दिया गया है. भिवानी में 90 हेक्टेयर भूमि यानि करीब 225 एकड़ में झींगा पालन किया जा रहा है.
भिवानी में झींगा मछली पालन का व्यवसाय भी खूब बढ़ रहा है. इस क्षेत्र में खारा पानी होने के कारण यह व्यवसाय बेहद लाभदायक साबित हो रहा है. पुरुषों के साथ ही महिलाएं भी इस व्यवसाय के जरिए अच्छी कमाई कर रही हैं. वर्तमान में भिवानी में करीब 90 हेक्टेयर भूमि यानि कि 225 एकड़ में झींगा पालन किया जा रहा है.
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इस योजना में सामान्य वर्ग के लिए अनुदान की सीमा 40 प्रतिशत तथा कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, महिला तथा सहकारी समिति के लिए 60 प्रतिशत अनुदान लाभार्थियों को प्रदान किया जाता है. प्रति हेक्टेयर पॉलिथीन लगाने पर आठ लाख रुपए पर 25 प्रतिशत की दर से अनुदान भी दिया जाता है. अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति खारे पानी में झींगा पालन के लिए स्थानीय लघु सचिवालय भिवानी के कमरा नंबर 115 जिला मत्स्य अधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.
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उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि भिवानी में झींगा पालन को सरकार द्वारा लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. जिला प्रशासन द्वारा विशेषकर युवाओं को खारे पानी में झींगा पालन की जानकारी दी जा रही है. जिससे युवाओं का स्वरोजगार के प्रति रुझान बढ़ सके. कोई भी युवा जो मछली पालन व्यवसाय शुरू करना चाहता है, कार्यालय दिवस में संपर्क कर योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकता है.