भिवानी: शुक्रवार को भिवानी लघु सचिवालय में भिवानी और तोशाम के कलेक्टर रेट निर्धारित करने के मुद्दे पर जन सुनवाई हुई. जन सुनवाई के दौरान बीजेपी विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि बहुत से ऐसे कमजोर वर्ग के लोग हैं, जो शहर की बाहरी कॉलोनी में छोटा सा मकान बनाकर शहर में अपना कुछ काम-धंधा करना चाहते हैं. अगर कलेक्टर रेट ज्यादा बढ़ाया जाता है, तो इससे कमजोर वर्ग के लोग सीधे तौर पर प्रभावित होंगे.
उन्होंने कहा कि इससे ना ही वो रह पाएंगे और ना ही वो शहर में अपना रोजगार शुरू नहीं कर पाएंगे. बीजेपी विधायक ने कहा कि ऐसे में जमीन का कलेक्टर रेट केवल पांच से दस प्रतिशत ही बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि जहां पर कलेक्टर रेट अधिक है, उनको कम किया जाए. बीजेपी विधायक ने लोगों को आश्वासन दिया कि कलेक्टर रेट को सही ढंग से निर्धारित करवाया जाएगा, ताकि शहर में आमजन के साथ प्रॉपर्टी का काम करने वालों को नुकसान ना हो.
इस दौरान भिवानी के एसडीएम संदीप अग्रवाल और तोशाम के एसडीएम मनीष फोगाट ने लोगों के पक्ष को सुना. इस दौरान जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार ने कहा कि लोग अपनी आपत्ति लिखित में जरूर दें. उनकी बात पर प्रशासन जरूर गौर करेगा. जन सुनवाई के दौरान लोगों ने अपना पक्ष रखा और कहा कि कुछ बड़ी कॉलोनियां ऐसी हैं, जहां पूरी कॉलोनी का कलेक्टर रेट एक ही है, लेकिन वहीं पर किसी क्षेत्र में जमीन का रेट अधिक है, तो कहीं पर कम है.
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ऐसे में कम रेट क्षेत्र में प्लॉट लेने वालों को भी अधिक कलेक्टर रेट के हिसाब से अधिक पैसे देने पड़ते हैं. इसी प्रकार कुछ बाहरी कॉलोनी ऐसी हैं, जहां पर कलेक्टर रेट पहले से ही अधिक है और अब भी बढ़ाया गया है, जो कि गलत है. इससे उस क्षेत्र में ना तो आम आदमी प्लॉट खरीद सकता है, दूसरी ओर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वालों का भी रोजगार ठप होगा. प्लॉटों की बिक्री ना होने से सरकार को भी राजस्व नहीं मिलेगा.