भिवानी: कोरोना महामारी के दौरान भी बर्खास्त पीटीआई रोजगार देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. अब पीटीआई ने एलान किया है कि एक जून को पीटीआई की बर्खास्तगी को एक वर्ष पूरा हो जाएगा, जिसके विरोध में प्रदेश भर में बर्खास्त पीटीआई काला दिवस मनाते हुए उपायुक्तों के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे.
पीटीआई संघर्ष समिति के कोषाध्यक्ष अनिल तंवर ने पीटीआई को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश भर में कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों को सरकार द्वारा विभिन्न सहायता मुहैया करवाई जा रही है, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान भी अपने जिंदगी को दांव पर लगाकर रोजगार की मांग को लेकर सड़कों पर बैठै बर्खास्त पीटीआई की तरफ सरकार का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है.
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उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महामारी के दौरान भी बर्खास्त पीटीआई को मरने के लिए छोड़ दिया है. कोरोना महामारी के कहर से पीटीआई भी अछूते नहीं रहे है. कई पीटीआई कोरोना संक्रमण से प्रभावित हुए हैं तो कई पीटीआई अपने परिजनों को इस महामारी के चलते खो चुके हैं.
वहीं कोरोना की चपेट में आने से और मानसिक तनाव के चलते कई पीटीआई की भी मौत हो चुकी है, लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार अपने वायदाखिलाफी पर अड़ी हुई है. उन्होंने प्रदेश सरकार से बर्खास्त पीटीआई की जल्द बहाली की मांग की.
तंवर ने कहा कि एक जून को पीटीआई की बर्खास्तगी को एक वर्ष पूरा हो जाएगा, जिसके विरोध में प्रदेश भर में बर्खास्त पीटीआई काला दिवस मनाते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे और सीएम को अपना वादा याद दिलाएंगे जो उन्होंने बर्खास्त पीटीआई से उनकी बहाली को लेकर किया था.
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