भिवानी: स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर लम्बे समय से चले रहे धरने को सम्बोधित करते हुए जिला शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि गठबंधन सरकार शारीरिक शिक्षकों की अनदेखी कर रही है.
मुख्यमंत्री द्वारा 6 अक्तूबर को वार्ता होने के बाद भी उनकी मांग अधूरी है. वे सर्दी के मौसम में भी अपने परिवार सहित धरनारत हैं, लेकिन सरकार उनको बहाल नहीं कर रही है. इस दौरान सभी शारीरिक शिक्षकों और जनसंगठनों के पदाधिकारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रोष जताया.
संदीप सांगवान सदस्य एसकेएस ने कहा कि अगर सरकार ने शारीरिक शिक्षकों की सुध नहीं ली तो वे उनके साथ मिलकर आंदोलन करेंगे. सरकार बार-बार अपने वायदे से मुकर रही है. आज सभी विभागों का निजीकरण किया जा रहा है. किसान, कर्मचारी, मजदूर, वर्ग सभी सरकार की नीतियों से नाखुश हैं. आए दिन अपना हक पाने के लिए रोड जाम किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि चारों तरफ अफरातफरी का माहौल पनप रहा है. अगर सरकार ने समय रहते शारीरिक शिक्षकों को शिक्षा विभाग में समायोजित नहीं किया तो वे लाम्बद्ध होकर लड़ाई लडेंगे. आज के अनशन पर उदयभान, विनोद वैद्य, परमजीत, नीतू रानी को संघ पदाधिकारियों ने फूल माला पहनाकर बैठाया. धरने का संचालन मीनू रानी ने किया.