भिवानी: हरियाणा शारीरिक शिक्षक पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान पुलिस द्वारा किए गए बर्बरता पूर्ण रवैये के खिलाफ अब सभी जनसंगठनों ने कड़े शब्दों में निंदा प्रकट की है.
भिवानी के लघु सचिवालय के बाहर चले रहे धरने को सम्बोधित करते हुए जिला शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने हिसार में हुए शिक्षकों की गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने सरकार पर मनमानी करने और पीटीआई अध्यापकों की मांगों को नजरअंदाज करने के आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा कि हरियाणा शारीरिक शिक्षक कि आवाज को सरकार दबाना चाहती है, लेकिन शारीरिक शिक्षक अपने हक की लड़ाई को जारी रखेंगे और अपनी जायज मांगों को मनवाकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी कर्मचारियों का लगातार शोषण करती आ रही है. वो पढ़े-लिखे बेरोजगार युवकों का भविष्य भी अंधकारमय बनाना चाहती है.
हरियाणा शारीरिक शिक्षकों का कहना है कि बीजेपी ने सभी विभागों का निजीकरण कर पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है. साल 2010 में लगे 1983 पीटीआई अध्यापक अपनी सेवाएं दे रहे थे. इसी दौरान फरमान जारी कर उन्हें घर का रास्ता दिखा दिया गया और अपनी ओच्छी मानसिकता का परिचय भी सरकार ने दिया है.
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