हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

भिवानी: एसएलसी के लिए फीस मांग रहे हैं प्राइवेट स्कूल, अभिभावक परेशान

भिवानी में अभिभावक निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान हैं. निजी स्कूलों का कहना है कि पिछले तीन महीने की फीस जमा करवाने के बाद ही वो छात्र को एसएलसी यानी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट देंगे.

Private schools are charging fees arbitrarily in Bhiwani
Private schools are charging fees arbitrarily in Bhiwani

By

Published : Jul 18, 2020, 4:48 PM IST

भिवानी: अभिभावक लगातार निजी स्कूल पर फीस को लेकर मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं. लेंगा भनान गांव में अभिभावकों ने निजी स्कूल संचालकों पर मनचाही फीस वसूलने का आरोप लगाया है.

दरअसल 3 दिन पहले सीबीएसई ने दसवीं कक्षा का परिणाम घोषित हुआ है. अब एसएलसी जारी करने की एवज में निजी स्कूल अप्रैल से लेकर जुलाई महीने तक की ट्यूशन फीस मांग रहे हैं. अभिभावक सुरेंदर और विष्णु शर्मा ने कहा कि एसएलसी लेने की एवज में 3 महीने की फीस मांगना कहां तक जायज है?

एसएलसी के लिए फीस मांग रहे हैं प्राइवेट स्कूल, देखें वीडियो

अभिभावकों का आरोप है कि जब उनके बच्चे स्कूल ही नहीं गए और उन्होंने ना ही कोई ऑनलाइन क्लास अटेंड की. जबकि पिछली कक्षा का परिणाम भी 3 दिन पहले आया है. ऐसे में 3 महीने की फीस मांगना कहां तक उचित है.

वहीं आसलवास दुबिया स्थित निजी स्कूल संचालक का कहना था कि शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार 31 मार्च से पहले अभिभावक एसएलसी के लिए आवेदन करें तो ही उन्हें जून तक फीस की छूट दी जाएगी, जबकि प्राइवेट स्कूलों के अभिभावकों के लिए काम करने वाले स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल ने कहा कि कोई भी स्कूल है शिक्षा के अधिकार कानून के तहत छात्र को एसएलसी जारी करने से मना नहीं कर सकता ये गैरकानूनी है.

ये भी पढ़ें-जींद: PTI शिक्षकों की जनसभा में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, पहुंचे हजारों लोग

भिवानी के जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्कूल संचालक द्वारा फीस मांगना अनुचित है क्योंकि रिजल्ट आउट हुए 2 से 3 दिन ही हुए हैं. ऐसे में ट्यूशन फीस लेना पूरी तरह से गलत है. अगर छात्र उनके पास शिकायत करते हैं तो वो अवश्य कार्रवाई करेंगे.

गौरतलब है कि जानकारी के अभाव में बहुत से अभिभावकों से निजी स्कूल कानून से हटकर फीस वसूल कर रहे हैं, कुछ ही अभिभावक ऐसे होते हैं जो ऐसे निजी स्कूलों की शिकायत करते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details