भिवानी: प्रेमनगर गांव की अधिगृहीत जमीन पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण किए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना (premnagar people protested in Bhiwani) जारी है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने 131 एकड़ भूमी सीबीएलयू को दी है. इसलिए गांव के हर घर से एक-एक युवक को विश्वविद्यालय में रोजगार दिया जाए. साथ ही शिक्षा और नौकरियों में भी सीटें आरक्षित करने की मांग की है.
ग्रामीणों ने सरकार से मेडिकल कॉलेज का निर्माण गांव की लीज पर ली हुई 31 एकड़ पंचायती भूमि पर जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की है. 29 जुलाई 2017 को जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल व तत्कालीन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मेडिकल कॉलेज निर्माण (people demand construction of medical college) के लिए नींव रखी थी तो इसे 18 महीनों में पूरा करने की बात कही थी, लेकिन चार साल बाद भी सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया.
मेडिकल कॉलेज के नाम पर गांव प्रेमनगर में केवल जमीन को चारदीवारी की गई है. इसके कारण ग्रामीण एक जनवरी से धरने पर बैठे हुए हैं. ग्रामीणों की मांग है कि सीबीएलयू के प्रत्येक कोर्स में दो सीट गांव के विद्यार्थियों के लिए व हल्का बवानीखेड़ा के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा व नौकरियों में आरक्षित करें. सोमवार को हिसार से सांसद बृजेन्द्र सिंह ने ग्रामीणों की मांग का समर्थन किया और उनकी मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन दिया.