भिवानी: सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि राज्य मुख्यालय से प्राप्त आदेश के अनुसार अब यदि किसी की भी वार्षिक आय परिवार पहचान पत्र में एक लाख 80 हजार रुपए सालाना से कम हैं तब भी अपना आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड (Ayushman Golden Card in Haryana) बनाकर प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक का उपचार करवाने के हकदार होंगे.
16 नंबर से प्रदेश में इस नई योजना का शुभारंभ हो रहा है. इस दौरान पहले दिन प्रत्येक जिले में 100 लोगों के कम से कम आयुष्मान गोल्डन कार्ड जारी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. जिला भिवानी में सिविल अस्पताल में तथा तोशाम में कैंप लगाकर लाभ पात्रों के गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे. सिविल सर्जन डॉ रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि अब तक सिर्फ उन्हीं लोगों के आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाए जाए रहे थे जो वर्ष 2011 की जनगणना के समय बीपीएल श्रेणी में आते थे.