भिवानी: 27 अप्रैल को सेना में भर्ती होने का अरमान लिए भिवानी के एक युवक ने अपनी जीवन लीला समाप्त (pawan kumar committed suicide in bhiwani) कर ली. गांव तालु का रहने वाला 23 वर्षीय मृतक पवन कुमार करीब 9 साल से भारतीय सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था. लेकिन सेना में भर्ती न हो पाने और हरियाणा सरकार में भर्तियां न निकलने से हताश पवन कुमार ने आखिरकार जान दे दी. पवन के दोस्तों ने बताया कि उसमें सेना में भर्ती होने का जूनून हम सब से अलग था. वो किसी भी हालत में सेना में भर्ती होना चाहता था. जिसके लिए वो जी-जान से प्रैक्टिस करता था.
भारतीय सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है. यही वजह है कि हरियाणा को भारत का टेक्सस कहा जाता है. बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि हरियाणा के युवाओं में भारतीय सेना में जाने का जूनून इस कदर है कि उनके सीने में दिल नहीं बल्कि फौज, फौज, फौज धड़कता है. ऐसा ही जूनून था भिवानी के तालु गांव निवासी 23 साल के पवन कुमार में. सोते-जागते, खाते-पीते, उठते-बैठते, बातचीत करते बस एक ही सपना, कि भारतीय सेना में भर्ती होना है, लेकिन पवन कुमार का ये सपना पूरा नहीं हो पाया. खुद को देश के लिए समर्पित कर चुका पवन सेना में भर्ती होने से पहले ही शहीद हो गया.
सेना में भर्ती ना हो पाने और हरियाणा सरकार में भर्तियां ना निकलने से हताश पवन ने खुदकुशी कर ली. पवन के जूनून के अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो दिन में तीन बार दौड़ लगाता था. उसके वर्कआउट के वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वीडियो में पवन दौड़ लगाता दिखाई दे रहा है. करीब 14 साल की उम्र से ही पवन सेना में जाने की तैयारियों में जुट गया था. पवन के साथियों ने बताया कि उसके घर की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है. लिहाजा उसे भरपूर डाइड भी नहीं मिल पाती थी, फिर भी वो दिनभर सेना में भर्ती होने की तैयारियों में लगा रहता था, लेकिन उसका सपना अधूरा रह गया. जिसकी वजह से उसने आत्महत्या कर ली.
पवन ने दौड़ने वाले ट्रैक पर लिखा सुसाइड नोट: बता दें कि पवन ने मरने से पहले सुसाइड नोट लिखा था. वो भी किसी कागज पर नहीं बल्कि खेल मैदान में दौड़ने वाले ट्रैक पर. मरने से पहले पवन कुमार ने जमीन पर लिखे सुसाइड नोट में अपने पिताजी से कहा कि इस बार सेना में भर्ती नहीं हुआ, लेकिन पिताजी अगले जन्म में वो फौजी जरूर बनेगा. क्योंकि सेना में भर्ती ना निकलने पर उसकी उम्र भी निकल गई और हरियाणा में भर्तियों के फर्जीवाड़े के चलते रोजगार के साधन नहीं मिल रहे थे. जानकारी के मुताबिक युवक जिस मैदान में सेना भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था उसी मैदान में एक पेड़ पर रस्सी का फंदा लगाकर जान दे दी.