भिवानी: कोरोना महामारी (Corona Pandemic Haryana) के दौरान जिन आउटसोर्सिंग कर्मियों को कोरोना योद्धा और फ्रंटलाइन वर्कर (Frontline Worker Haryana) कहा गया. आज उनके बच्चे भूखे मरने को मजबूर हैं. कर्मचारियों के मुताबिक अगर यही हालात रहे तो वो आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगे. अपनी मांगों को लेकर कर्मचारियों ने चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल (Chaudhary Bansilal Civil Hospital Bhiwani) में नारेबाजी की.
सरकार और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ रोष जताते हुए स्वास्थ्य विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मियों का कहना है कि हमें 6 महीने से वेतन नहीं मिला है. आरोप है कि काम ना करने पर हमें जान से मारने और हटाने की धमकी देता है. स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि दुकानदारों ने उधार पर राशन और दूध देना बंद कर दिया है. हालात ऐसे हैं कि अब आत्महत्या करने का मन करता है. कच्चे कर्मचारियों का कहना है कि अधिकतर कर्मचारियों को 6 महीने से वेतन नहीं मिला है. \