भिवानी: देश को दुग्ध क्रांति में अग्रणीय स्थान पर खड़ा करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के पशुपालन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत अब भिवानी के कटड़ा फॉर्म में 500 मुर्राह नस्ल और हरियाणा नस्ल के कटड़ों व बछड़ों को तैयार किया जा रहा है, जो उच्च गुणवत्ता और अधिक दुग्ध उत्पादन वाली नस्लों को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.
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राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत देश में 13 स्थानों पर उच्च गुणवत्ता वाले कटड़ों और बछड़ों को अधिक दुग्ध उत्पादन क्षमता के सीमेन तैयार करने के लिए निर्णय लिया गया है जिनमें से हरियाणा के भिवानी का कटड़ा फॉर्म को भी राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत चुना गया हैं क्योंकि हरियाणा दुग्ध उत्पादन के मामले में देश में प्रथम स्थान पर है.
केंद्र सरकार की टीम ने भिवानी के कटड़ा फॉर्म का दौरा करने के बाद इस दुग्ध क्रांति को बढ़ाने वाले महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी. इस प्रोजेक्ट के हरियाणा कोर्डिनेटर डॉ. ओपी यादव और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. कल्पना सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा का काला सोना कही जाने वाली मुर्राह भैंस और हरियाणा गाय की नस्ल के 500 कटड़ों और बछड़ों को यहां तैयार किया जा रहा हैं.
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