भिवानी: जिला प्रशासन और नगर परिषद में बीते दिनों बढ़े टकराव में नगर परिषद ने अपनी गलती मानते हुए जल्द ही हार मान ली है. ये टकराव अवैध निर्माण तोड़ने के दौरान नगर परिषद द्वारा जिला प्रशासन पर पैसे लेने के आरोप लगाने पर शुरू हुआ था. हालांकि प्रशासन अब भी कह रहा है कि बड़े पर हाथ डालेंगे तो खलबली मचती ही है.
नगर परिषद चेयरमैन ने जिला उपायुक्त से मांगी माफी, ये है पूरा मामला बता दें कि 10 दिसंबर को भिवानी की राजीव कॉलोनी में जिला योजनाकार द्वारा अवैध निर्माण को तोड़ा गया था. इस दौरान जिन लोगों के अवैध मकान तोड़े गए उन लोगों के साथ नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव ने जिला प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवालिया निशान उठाए थे.
चेयरमैन ने जिला उपायुक्त पर लगाए गंभीर आरोप
चेयरमैन रणसिंह ने डीसी और डीटीपी पर पैसे देने वालों के मकान ना तोड़ने और पैसे ना देने वालों के मकान तोड़ने के गंभीर आरोप लगाए थे. इसके साथ ही चेयरमैन ने आरोप लगाया था कि डीसी 50 सफाई कर्मचारियों को शहर में सफाई की बजाय अपने और अन्य अधिकारियों की कोठी पर सफाई के लिए लगाए हुए हैं, जिससे शहर की सफाई नहीं हो पाती. चेयरमैन ने यहां तक आरोप लगाए थे कि डीसी व डीटीपी शहर में आतंक मचा रहे हैं.
'चेयरमैन ने खुद काटी अवैध कॉलोनी'
इस पूरे विवादित मामले पर डीसी जयबीर सिंह आर्य ने कहा है कि शहर में हो रहे अवैध निर्माण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा रिपोर्ट तैयार करवाई गई थी. जिसमें खुद नगर परिषद के ईओ और जिला योजनाकार अधिकारी ने रिपोर्ट तैयार कर बताया था कि शहर में नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव अवैध कॉलोनी काट रहे हैं. डीसी ने पैसे लेने के आरोपों पर कहा कि जब बड़े पर हाथ डालते हैं तो खलबली मचती ही है.
डीसी ने कहा कि चेयरमैन रणसिंह यादव ने ना केवल अवैध कॉलोनी काटी, बल्कि अवैध निर्माण गिराने गई टीम को गोली मारने तक की धमकी दी है. डीसी ने कहा कि सरकार के आदेश हैं कि अवैध निर्माण किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए. इसके पीछे कोई भी और कितना भी बड़ा आदमी क्यों ना हो. किसी को भी अवैध कॉलोनी नहीं काटने की जाएगी.
चेयरमैन ने मानी गलती
उपायुक्त की सख्ती के बाद नगर परिषद के चेयरमैन के सुर बदल गए हैं. चेयरमैन ने जल्द ही अपनी गलती मानते हुए हार मान ली है. चेयरमैन रण सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने अवैध निर्माण गिराते समय वहां मौजूद पीड़ित लोगों और भीड़ की बात मानकर जिला प्रशासन पर जो आरोप लगाए वो सभी गलत थे. चेयरमैन ने अपने सभी आरोपों पर अब खेद जताया है.
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