भिवानी:इंसान की उम्र एक नंबर है, जिंदगी को कहीं से और कभी भी शुरू किया जा सकता है. इसे हरियाणा के भिवानी की बहू ने साबित कर दिखाया है. दो जवान बेटों की मां कुशल 45 वर्ष की उम्र में नेशनल चैंपियनशिप (national grappling wrestling championship) में गोल्ड मेडल हासिल कर समाज के लिए नई प्रेरणा बन गई हैं. दूसरी नेशनल ग्रैपलिंग रेसलिंग चैंपियनशिप 2022 में हरियाणा प्रदेश का नेतृत्व करते हुए गांव जताई से महिला खिलाड़ी कुशल देवी ने 71 किलोग्राम भार वर्ग में मध्यप्रदेश की पहलवान को हराकर स्वर्ण पदक जीता था.
कुशल की इस उपलब्धि से ना केवल ससुराल पक्ष में उत्साह है बल्कि पीहर पहुंचने पर भी उनका (Medal Winner Player welcome) भव्य स्वागत किया गया. अभी तक भिवानी के बेटे और बेटियां ही शहर का नाम रोशन करते आए हैं लेकिन अब यहां की बहुएं भी अपनी प्रतिभा के दम पर अपनी और शहर की पहचान बनाने लगी है. इसमें नया नाम जुड़ा है जताई गांव की कुशल घणघस का. कुशल ने एक उम्र के पड़ाव पर ग्रेपलिंग रेसलिंग खेल में ऐसा कौशल दिखाया कि वो नेशनल चैंपियनशिप की विजेता बन गई. कुशल घणघस गोल्ड मेडल जीतने के बाद जब ससुराल से अपने गांव पहुंची तो उसका भव्य स्वागत हुआ. उन्हें नोटों की मालाएं पहनाई गई. महिलाओं ने मंगल गीत गाए.
पढ़ें:साउथ एशियन कराटे चैंपियनशिप: हरियाणा के छोरे ने गोल्ड मेडल जीता, ग्रामीणों ने किया सम्मानित
अपने इस सम्मान पर कुशल ने कहा कि वो अपने पति के सहयोग से यह मेडल जीत सकी है. उनके पति ने उनकी पढ़ाई, नौकरी से लेकर खेल तक में बिना किसी प्रतिबंध के सहयोग किया है. उन्होंने कहा कि मौका मिले तो हर महिला लक्ष्य तय कर दूसरी बेटियों की तरह कामयाब हो सकती हैं. कुशल के पति जगबीर घणघस ने अपनी पत्नी की उपलब्धि पर गर्व जताया है. उन्होंने कहा कि इस उम्र में उनकी मेहनत देखकर उन्होंने अपनी पत्नी का साथ दिया.