भिवानी: करनाल में रविवार को किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम का विरोध किया था. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प देखने को मिली. पुलिस ने किसानों पर लाठी चार्ज किया, आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने किसानों पर हुए प्रशासनिक बल की निंदा की.
किरण चौधरी ने कहा है कि इस मामले में किसानों पर जो मुकदमे दर्ज हुए हैं वो तुरंत प्रभाव से वापस लेने चहिए. उन्होंने कहा कि अन्नदाता पर अत्याचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा. किरण चौधरी ने इस मामले को लेकर कड़े शब्दों में निंदा की.
किरण चौधरी ने कहा कि कैमला गांव में शांतिपूर्वक ढंग से अपनी बात रखने के लिए जा रहे किसानों पर जिस बर्बर तरीके से पुलिस ने लाठियां बरसाई, आंसू गैस छोड़ी और कड़ाके की ठंड में पानी की बौछार की गई, ऐसे दृश्य देखकर हर देश वासी का मन व्यथित है.
'बीजेपी की हरकतें अंग्रेजों के जुल्मों को याद दिलाती हैं'
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों पर इतना अत्याचार करने के बावजूद निष्ठुर हरियाणा सरकार ने किसानों पर ही एफआईआर दर्ज कर दी. सरकार की ये हरकतें अंग्रेजों के जुल्मों की याद दिलाते हैं. किरण चौधरी ने बीजेपी-जेजेपी सरकार को चेतावनी दी कि सरकार तत्काल किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस ले, अन्यथा कांग्रेस सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होगी.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी गठबंधन अब जनता का विश्वास खो चुका है. किरण चौधरी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के उस बयान का पलटवार किया जब सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कैमला गांव की घटना का जिम्मेदार कांग्रेस को ठहराया था. किरण चौधरी ने कहा कि किसानों आंदोलन आजादी के बाद का सबसे बड़ा जन आंदोलन का रूप ले चुका है. केंद्र सरकार को तीनों काले कानूनों को अब हर हाल में वापस लेना ही होगा.