भिवानी: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने सोमवार को झींगा पालन कर रहे किसानों से वर्चुअल बात की. इस दौरान मंत्री ने किसानों से कहा कि गिरते भू जल स्तर, खारा पानी और लवणीय भूमि से जुड़ी दूसरी अन्य चुनौतियों के मद्देनजर किसानों अपनी परंपरागत खेती में बदलाव करें. इसके साथ ही फसल विविधीकरण को अपनाएं जिससे कि वे अपनी आमदनी को बढा सकें. मंत्री ने कहा झींगा पालन से किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते (Fish Farming In Bhwiani) हैं. बहुत से प्रगतिशील किसानों ने मत्स्य पालन से न केवल अपनी आय को बढाया है बल्कि दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए हैं.
मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार अनुदान उपलब्ध करवा रही है. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 40 से 60 प्रतिशत तक का अनुदान मत्स्य पालन के लिए दिया जा रहा है. उन्होंने किसानों से मत्स्य पालन से जुडक़र सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील भी की. जेपी दलाल ने कहा कि नीली क्रांति को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन के उद्देश्य से केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की गई है. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. इसलिए किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आय में वृद्धि करें. मंत्री ने सिवानी क्षेत्र के किसानों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने खारा पानी की भूमि में झींगा पालन किया. अब वह साल भर में लाखों रुपये की आमदनी ले रहे है. उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि मत्स्य पालन से जुड़ी तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं ताकि मत्स्य पालकों को और अधिक मुनाफा हो सके. इसके लिए गांव गरवा में मछली पालन केंद्र की स्थापना की जा रही है. इस केंद्र की स्थापना होने से मत्स्य पालकों के धन और समय दोनों की बचत होगी.
ये भी पढ़ें-सीएम मनोहर लाल खट्टर ने की केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात, कई मुद्दों पर हुई बात