भिवानी: एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के अधिकारी 16 मई से 15 जुलाई तक देश और प्रदेश में व्यापारी, उद्योगपतियों के जीएसटी रजिस्ट्रेशन, दुकान के बाहर लगे बोर्ड पर जीएसटी नंबर, मोबाइल नंबर, माल की खरीद और बिक्री अकाउंट चेक करेंगे. विभाग की इस कार्रवाई के विरोध में शनिवार को भिवानी में हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई.
जिसमें व्यापारियों की दुकानों में चेकिंग करने के आदेश पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है. इस दौरान बजरंग गर्ग ने व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि जबकि सभी व्यापारियों ने अपनी फर्म के नाम का बोर्ड दुकान के आगे लगाया हुआ है. बजरंग गर्ग ने कहा कि दुकान के बाहर बोर्ड व जीएसटी नंबर की आड़ में बार-बार व्यापारी व उद्योगपतियों को नाजायज तंग करना उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार द्वारा एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग को व्यापारियों की चेकिंग करने का आदेश देना सही नहीं है. जिसके लिए व्यापार मंडल ने प्रदेश स्तर पर 11 सदस्यों की निगरानी कमेटी का गठन किया है. बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को देश व प्रदेश के व्यापारियों की बजाए भ्रष्ट अधिकारियों की चेकिंग करनी चाहिए. जिन भ्रष्ट अधिकारियों ने व्यापारी व आम जनता को लूट-लूट कर करोड़ों-अरबों रुपए एकत्र कर रखे हैं.
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साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के अधिकारी रिश्वत लेना अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं. बजरंग गर्ग ने कहा कि एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग, आबकारी एवं कराधान विभाग, मार्केटिंग बोर्ड, फूड सप्लाई, प्रदूषण, तहसीलों में खुलेआम रिश्वत का बोल बाला है. बजरंग गर्ग ने कहा कि यदि कोई भी व्यापारी जीएसटी की आड़ में गलत काम करता है, तो सरकार को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. बजरंग गर्ग ने कहा कि कोई भी अधिकारी व्यापारियों को नाजायज तंग करेंगे, तो ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलेगा.