भिवानी: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भिवानी में शनिवार रात करीब 10 बजे तक प्री-बजट को लेकर बैठक की. ये बैठक प्रदेश के भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ, आर्थिक प्रकोष्ठ, किसान युवा व माइनॉरिटी प्रकोष्ठ सहित विभिन्न मोर्चा के प्रभारियों से 28 चुनिंदा डेलीगेट्स के साथ की गई, जिसमें सभी से सुझाव भी मांगे गये. प्री-बजट बैठक के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने प्री-बजट बैठक की कार्यप्रणाली सहित भिवानी में दो दिन तक चले राज्य कार्यकारिणी की बैठक को लेकर पत्रकारों से बातचीत की.
हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए बना है बजट: इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य का पिछला पूंजीगत व्यय 34 प्रतिशत था, जो एक बेहतर माइक्रो इकोनॉमी को दर्शाता है. आने वाले बजट में भी राज्य पूंजीगत व्यय को बेहतर बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य अपने उपलब्ध संसाधनों का किस प्राथमिकता के आधार पर खर्च करेगा, इस पर चर्चा प्री-बजट बैठक में की गई. उन्होंने कहा कि प्री-बजट बैठक में समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखा गया है. किन ढांचागत सुविधाओं के लिए बजट में व्यवस्था की जाए, इस बारे में बजट पर सुझाव मांगे गए है.
प्री बजट में डेलीगेट्स के साथ मंथन: इसके अलावा इकोनॉमी और माइक्रो आधार बनाकर बजट में क्या व्यवस्थाएं की जा सकती है, इसको लेकर भी चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि यदि मार्केट में कोई एक उपभोक्ता व्यय करता है, तो पैसा तीन बार घूमता है. जबकि जब कुछ उत्पादन के लिए इन्वेस्टमेंट किया जाता है, तो पैसा सात बार घूमता है. जिससे प्रदेश की इकोनॉमी को गति मिलती है. प्री बजट की बैठक में इन्ही बिंदुओं पर गहनता से चर्चा की गई है. इस मौके पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि दो दिनों चली इस बैठक में भाजपा के 353 डेलीगेट्स ने अपने विचार रखे हैं. जिनमें सांसद, विधायक, मंत्री सहित प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य शामिल रहे.