भिवानी: प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी आगामी 30 मार्च से आयोजित होने वाली हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सैकेंडरी व सीनियर सैकेंडरी की वार्षिक परीक्षा (haryana secondary and senior secondary examinations) के नकल-मुक्त संचालन को अपनी प्राथमिकता रखें और इन परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए सार्थक प्रयास करें. शिक्षा में गुणात्मक सुधाार लाने के उद्देश्य से नकल पर कड़ी रोक लगाएं. ये बात हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Haryana Board of School Education) के उपाध्यक्ष वीपी यादव ने बुधवार को बोर्ड मुख्यालय पर आयोजित जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही. इस अवसर पर बोर्ड सचिव कृष्ण कुमार भी उपस्थित थे.
गौरतलब है कि इन परीक्षाओं में 1547 परीक्षा केन्द्रों पर 6 लाख 68 हजार 589 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे तथा परीक्षा केन्द्रों पर प्रभावी निरीक्षण हेतु 372 उडनदस्ते गठित किए गए. उन्होंने कहा कि सभी जिला शिक्षा अधिकारी हरियाणा को नकल मुक्त प्रदेश बनाने के लिए एकजुट होकर हर-संभव प्रयास करें. परीक्षाओं में नकल से प्रदेश की छवि धूमिल होती है और बच्चे को शैक्षिक तौर पर खोखला कर देती है इसलिए परीक्षाओं का नकल रहित संचालन करवाकर शिक्षा व परीक्षा के स्तर को ऊंचा उठाएं.
उन्होंने कहा कि सभी केन्द्र अधीक्षकों, उप-केन्द्र अधीक्षकों व पर्यवेक्षकों की नियुक्ति बोर्ड कार्यालय द्वारा की गई है. किसी कारणवश बोर्ड द्वारा नियुक्त केन्द्र अधीक्षक को बदला जाता है, तो प्रतिस्थानी केन्द्र अधीक्षक की नियुक्ति केवल रिजर्व स्टाफ से की जाए. ड्यूटी से मुक्त किया गया केन्द्र अधीक्षक यदि मेडिकल पर है, तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सत्यापित प्रमाण सहित एवं अन्य कारण है, तो उसका प्रमाण/दस्तावेज बोर्ड कार्यालय को अवश्य भेजें जाए.