भिवानी: भिवानी नगर परिषद उपप्रधान के लिए शुक्रवार को होने वाला चुनाव सर्वसम्मति ना बन पाने के कारण टल गया है. माना जा रहा था कि चेयरपर्सन की तरह ही डिप्टी चेयरमैन पद का चुनाव भी काफी रोचक होगा. हालांकि ऐन वक्त पर अधिक दावेदारों के ताल ठोकने की वजह से चुनाव को टालना पड़ गया. खबर है कि बीती रात को ही इस बात की योजना बनाई जा चुकी थी कि नगर परिषद उपप्रधान का चुनाव कुछ वक्त के लिए टाला जाए.
भिवानी नगर परिषद के उपप्रधान का चुनाव टला, 31 में से 14 पार्षद बनना चाहते थे उपप्रधान
भिवानी नगर परिषद के डिप्टी चेयरमैन का चुनाव टल गया (Election of Bhiwani Municipal Council Deputy Chairman) है. इस बात की जानकारी नगर परिषद चेयरपर्सन भवानी प्रताप ने दी है. उन्होंने कहा कि दावेदारों की संख्या ज्यादा होने के कारण किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई इस वजह से चुनाव को स्थगित करना पड़ा.
क्यों टालना पड़ा चुनाव- भिवानी नगर परिषद की चेयरपर्सन भवानी प्रताप ने बताया कि उपप्रधान के लिए 31 पार्षदों में से 14 से 15 दावेदार सामने आए थे. इस वजह से किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन सकी. उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा होने के कारण र्निविरोध चुना जाना भी संभव नहीं हो सका. नगर परिषद उपप्रधान के चयन के लिए पार्षदों में गुटबाजी ना हो इसके लिए चुनाव प्रक्रिया को अगले 20 दिन से एक महीने तक के लिए टाल दिया गया है. अब लगभग एक महीने बाद सर्वसम्मति से नगर परिषद उपप्रधान बनाए जाने को लेकर तारीख तय की जाएगी.
भवानी प्रताप ने यह भी बताया कि भाजपा की तरफ से शिक्षा मंत्री कंवरपाल और भिवानी से विधायक घनश्याम सर्राफ की ड्यूटी सर्वसम्मति बनाने के लिए लगाई गई थी. दावेदारों की संख्या को देखते हुए सर्वसम्मति बनाने के लिए विचार किया जाएगा. वहीं पार्षद शिवकुमार गोठवाल ने बताया कि बीती रात को एक बैठक चुने हुए पार्षदों की हुई थी. बैठक में सर्वसम्मति बनाने का प्रयास किया गया लेकिन उपप्रधान पद के लिए पार्षद एकमत नहीं हो पाए इस वजह से उन्होंने प्रशासन से उपप्रधान के चुनाव के लिए नई तारीख तय करने की मांग की.