भिवानी: कांग्रेस राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा (deepender hooda) ने करनाल में किसानों पर हुई लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) की निंदा करते हुए लाठीचार्ज का आदेश देने वाले एसडीएम को निलंबित किए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज बदलने के बाद ऐसे अधिकारी जो कुर्सी के अहंकार में अलोकतांत्रिक फरमान जारी करते हैं, उनका हिसाब-किताब लिया जाएगा. ये बात उन्होंने रविवार भिवानी में एक सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही.
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार पिछले नौ माह से किसानों की मांगों की अनदेखी करते हुए उन्हें निरंतर उकसाने का कार्य कर रही है. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सर फोड़ने जैसे आदेश देने वाले अधिकारियों को राज बदलने के बाद अपनी करनी का हिसाब-किताब देना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार कुर्सी के अहंकार में अलोकतांत्रिक निर्णय ले रही है. यह अहंकार अब अधिकारियों में भी घुस गया है, जो सर फोड़ने का आदेश लिखकर देने की बात कर रहे हैं. ऐसे अधिकारियों पर सरकार को लगाम लगानी चाहिए.
ये भी पढ़ें-सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रम पर बवाल, पुलिस ने किसानों पर किया लाठीचार्ज, कई घायल
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विपक्ष के सांसद के तौर पर उन्होंने सदन में नियम 267 के तहत बार-बार किसानों के मुद्दे पर चर्चा को लेकर मांग उठाई, लेकिन सत्ता पक्ष द्वारा उन्हें यह कहकर खारिज कर दिया कि किसानों के मुद्दे, जासूसी कांड व महंगाई को छोड़कर चौथे मुद्दे पर विपक्ष चर्चा करें. उन्हें संसद में जनता की आवाज रखने से रोका जा रहा है. वे संसद में जनता के मुद्दों पर चर्चा के लिए जाते हैं, ना कि मौसम की चर्चा के लिए.