भिवानीः सावन के महीने में हो रही बरसात जहां फसलों के लिए वरदान है वहीं कई क्षेत्रों में बरसात ने किसानों की कपास, बाजरा व धान (waterlogging in Bhiwani) की फसलों को तबाह कर दिया है. जिले के गांव मुंढाल, सुखपुरा, जताई, धनाना, बड़ेसरा, मिताथल, चांग, सिवाड़ा में बारिश के कारण लगभग 6-7 हजार एकड़ फसल पानी में डूबने से खराब हो गई है. फसल खराब होने के कारण किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवा कर मुआवजा देने की मांग की है. किसानों का कहना है कि बरसात ने फसल खत्म कर दी है जिससे उनको भारी नुकसान हुआ है. खेत पानी में डूबे खड़े हैं और फसल खराब होने से किसानों का बड़ा नुकसान हो रहा है.
भिवानी में जलभराव से तबाह हुई फसलें, किसानों ने की मुआवजे की मांग - उपमुख्यमत्रीं दुष्यंत चौटाला हरियाणा
हरियाणा में पिछले दिनों हुई बरसात ने फसलों को बर्बाद कर दिया है. भिवानी जिले में भी (Crops damage in Bhiwani) बरसात के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल खराब हो गई है. किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
कई किसानों ने जमीन ठेक पर लेकर खेती की थी लेकिन पहली छमाही में ही (farmers demanded compensation in bhiwani) उनकी फसल बर्बाद हो गई है जिस के कारण ठेके की रकम पूरा करना भी मुश्किल होगा. उपमुख्यमत्री दुष्यंत चौटाला ने कल जिले के कई गांवों का दौरा किया था और खराब हुई फसलों का जायजा लिया था. उन्होंने किसानों का आश्वासन दिया है कि जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं उनकी गिरदावरी करवा कर मुआवजा दिया जाएगा. उप मुख्यमंत्री ने खेतों में खड़े पानी की निकासी के लिए भी प्रशासन को आदेश दिए थे.
कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ.आत्माराम गोदारा ने कहा कि जिले के कई गांवों में कपास, बाजरा और धान की (Cotton Millet and Paddy crop in haryana) फसल खराब हुई है जिससे किसानों का काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि खराब हुई फसलों की रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे और उसके बाद गिरदावरी का काम शुरू होगा. खेतों से पानी की निकासी के भी आदेश दिए गए हैं ताकि जल्द से जल्द खेतों से पानी निकाला जा सके और किसान आगे की फसलों की बिजाई कर सकें.