भिवानी:हरियाणा शिक्षा बोर्ड 20 अप्रैल से प्रदेशभर में सैकेण्डरी/सीनियर सैकेण्डरी वार्षिक परीक्षा शुरू होने जा रही है. इस संबंध में एक बैठक भी की गई, जिसमें बोर्ड उपाध्यक्ष वी.पी. यादव, सचिव राजीव प्रसाद, उप-पुलिस अधीक्षक विरेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे. बैठक में बोर्ड उपाध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा को नकल मुक्त प्रदेश बनाने के लिए एकजुट होकर हर-संभव प्रयास करें. परीक्षाओं में नकल से प्रदेश की छवि धूमिल होती है. इसलिए परीक्षाओं का नकल रहित संचालन करवाकर शिक्षा व परीक्षा के स्तर को ऊंचा उठाएं. परीक्षा ड्यूटी में कोताही बरतने पर सम्बन्धित के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. इस अवसर पर उपायुक्त द्वारा परीक्षाओं के नकल पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन के स्तर पर पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया.
पुलिस प्रशासन से भी की सहयोग की अपील
बोर्ड उपाध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा ड्यूटी अनिवार्य है इसलिए सभी जिला शिक्षा अधिकारी उनके अधीन विद्यालयों से नियुक्त प्राचार्य/मुख्याध्यापक/प्रवक्ता को हर हाल में स्पेयर करें. उन्होंने आगे बताया कि शिक्षा बोर्ड विशेष तौर पर नकल रहित परीक्षाओं को लेकर बहुत ही सवेंदनशीलता से चल रहा है. इसलिए शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षा में शून्य सहनशीलता की नीति अपनाते हुए जिला व पुलिस प्रशासन से नकल रोकने में सहयोग की अपील की है.
कोरोना नियमों का पालन करना जरूरी
बोर्ड उपाध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत सभी परीक्षार्थियों को सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पालन करते हुए परीक्षा केन्द्र पर सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाना अनिवार्य होगा. सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश-पत्र पर दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए परीक्षा केन्द्र पर पंहुचना होगा. उन्होंने आगे बताया कि यदि किसी परीक्षार्थी कोरोना महामारी से सम्बन्धित लक्षण पाए जाते है तो ऐसे में परीक्षा केन्द्र पर उसके लिए अलग से बैठने की व्यवस्था करने बारे केन्द्र अधीक्षक को निर्देश दिए जा रहे है.
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