भिवानी: बैपटिस्ट मिशनरी जमीन मामले (baptist missionary land case in bhiwani) में विजिलेंस ने कार्रवाी तेज कर दी है. अगस्त माह में स्थानीय हांसी रोड के साथ लगती बैपटिस्ट मिशनरी की जमीन का मामला विवादों में आया था. इस दो एकड़ जमीन की रजिस्ट्री एक व्यक्ति ने दो लोगों के नाम करवाने की प्रक्रिया शुरू की थी. यह रजिस्ट्री पौने दो करोड़ रुपयों में करवाई जा रही थी. जिसकी शिकायत बैपटिस्ट मिशनरी के एक अन्य पक्ष ने पुलिस से की थी. इस दौरान नायब तहसीलदार ने रजिस्ट्री की पूरी प्रक्रिया रोक दी थी और पुलिस ने बाजार भाव की लगभग 100 करोड़ रुपये की जमीन के मामले में तहसीलदार, रजिस्ट्री क्लर्क, पटवारी, नंबरदार सहित 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
जिस प्रकार से इस जमीन का रातोरात इंतकाल रद्द करके दूसरे पक्ष में इंतकाल किया गया, उससे कई अधिकारी भी संदेह के घेरे में आ गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त नरेश नरवाल ने पूरे मामले की जांच अतिरिक्त उपायुक्त राहुल नरवाल को सौंपी. जिसकी रिपोर्ट के आधार पर तहसीलदार भिवानी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई हेतु अनुशंसा भी की गई. इस रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने गत सप्ताह तहसीलदार को निलंबित भी कर दिया था और प्रशासन द्वारा 4 अन्य कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया गया.