हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

भिवानी: सीएए के समर्थन में एबीवीपी की रैली, कॉलेज में जाकर छात्रों को किया जागरुक

भिवानी में एबीवीपी ने सीएए के समर्थन में जागरुकता रैली निकाली. इस रैली के माध्यम से स्कूल और कॉलेज में जाकर छात्रों को जागरुक किया. रैली के बाद एबीवीपी उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा.

ABVP rally in support of CAA in bhiwani
सीएए के समर्थन में एबीवीपी की रैली

By

Published : Jan 22, 2020, 5:08 PM IST

भिवानी:पूरे देश में सीएए और एनआरसी काे लेकर घमासान जारी है. जहां विपक्ष और अन्य संगठन इस कानून के खिलाफ खड़ा है, वहीं बीजेपी इस कानून को लेकर जागरुकता अभियान चला रही है. इस बीच एबीवीपी सीएए के समर्थन में उतरी है और इस कानून को लेकर शहरभर में जागरुकता रैली निकाली. इस दौरान एबीवीपी उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा.

सीएए के समर्थन में उतरी एबीवीपी

इस मौके पर एबीवीपी ने छात्रों से कहा कि सीएए को लेकर आज देश के युवा वर्ग को जागरूक करने की जरूरत है और वे जागरुक कर रहे है. सीएए के समर्थन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने शहर के विभन्न कॉलेज में पहुंचकर युवाओं को जागरूक किया और कहा की कुछ लोग देश में अराजकता फैलाना चाहते है. वे लोग देश को नुकसान पहुंचाना चाहते है.

सीएए के समर्थन में एबीवीपी की रैली, देखें वीडियो

छात्रों ने कही ये बात

अंकित, सचिव व अन्य छात्रों ने बताया कि उन्होंने जिले भर के छात्रों को जागरूक किया है. उन्होंने कहा कि प्रताड़ित और शरणार्थियों को नागरिकता मिले, एबीवीपी इसके पक्ष में है. अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ करवाई हो. इसके लिए उन्होंने जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा.

देशहित में एकजुट होने की अपील

एबीवीपी ने कहा कि जो लोग सीएए का विरोध कर रहे है वे लोग राष्ट्र विरोधी है. इसलिए हम सभी को देशहित में एकजुट होना पड़ेगा और लोगों को इस कानून को लेकर सच्चाई बतानी पड़ेगी. उन्होंने विपक्ष और अन्य संगठन पर अराजकता फैलाने का भी आरोप लगाया.

ये भी जाने- अनुच्छेद 370 हटाए जाने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

पूरे देश में हो रहा है विरोध

आपको बता दें कि सीएए और एनआरसी का विरोध पूरे देश में जारी है. दिल्ली के शाहीन बाग से लेकर लखनऊ तक लोग इस कानून का विरोध कर रहे है और इस कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए है. वहीं केंद्र सरकार ने इस कानून को वापस लेने से मना कर दिया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details