भिवानी: छोटी काशी के नाम से विख्यात भिवानी शहर को यहां के 12 दरवाजों के कारण एक विशेष पहचान मिली थी। आज यह दरवाजे जीर्ण शीर्ण अवस्था में हैं। इसी को लेकर नगर परिषद भिवानी की शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें इन दरवाजों के पुनर्निर्माण को लेकर प्रस्ताव पास किया गया. इसको लेकर 3 करोड रुपए का बजट भी अलग किया जा चुका है।
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भिवानी शहर की पहचान 12 दरवाजों का होगा सौंदर्यीकरण, नगर परिषद की मीटिंग में लगी मुहर
भिवानी प्राचीन 12 दरवाजों को फिर से उनके ऐसतिहासिक रूप में लाया जायेगा. इसके लिए नगर परिषद के बजट में मुहर लग गई है.
भिवानी नगर परिषद के चेयरमैन रणसिंह यादव ने बताया कि भिवानी के बाहर प्राचीन दरवाजों का ऐतिहासिक महत्व है. ऐसे में नगर परिषद ने यह निर्णय लिया है कि इन दरवाजों का पुनर्निर्माण करवाया जाए। इसको लेकर जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा। बजट मीटिंग के बारे में उन्होंने यह भी बताया की 3 करोड़ की ग्रांट नगर परिषद को मिली है। इस ग्रांट से ना केवल शहर के ऐतिहासिक दरवाजों का पुनर्निर्माण बल्कि शहर की गलियों का निर्माण भी किया जाएगा।
चेयरमैन रनसिंह यादव ने कहा कि बजट मीटिंग में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. जिनमें भिवानी शहर के विकास कार्यों को तेज करने का कार्य किया जा रहा है। गौरतलब है कि भिवानी शहर में एंट्री करने के लिए 12 ऐतिहासिक दरवाजे 200 से 300 वर्ष पुराने हैं. जिनका अब प्राचीन रूप नहीं रहा. अब नगर परिषद इनके प्राचीन रूप को फिर से तैयार करने के लिए कदम उठा रहा है।
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