भिवानी: रोहतक रोड स्थित राधा स्वामी भवन भिवानी में जन कल्याण, प्राकृतिक खेती एवं पर्यावरण संरक्षण हेतू 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इस महायज्ञ में 23 मार्च को गुजरात राज्यपाल आचार्य देवव्रत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा छोटी काशी से राधा स्वामी के लगभग 11 हजार अनुयायियों को प्राकृतिक खेती करने की सामूहिक शपथ दिलाई जाएगी. महायज्ञ कार्यक्रम के दौरान आचार्य देवव्रत ट्रैक्टरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, जो शहर में पर्यावरण संरक्षण व प्राकृतिक खेती अपनाने का संदेश देंगे. इस महायज्ञ में अनेक संत महात्मा शामिल होंगे.
उल्लेखनीय है कि राधा स्वामी सत्संग से जुड़े अनुयायी 5 नियमों का पालन करते हैं, जिनमें सदाचार जीवन, नशा मुक्ति, मांसाहार को त्यागना, चोरी और कन्याभ्रूण हत्या नहीं करना शामिल है. इसी कड़ी में आश्रम द्वारा अपने अनुयायियों से हवन यज्ञ के माध्यम से छठे नियम के तौर पर प्राकृतिक खेती करने का आह्वान किया जाएगा. हवन यज्ञ में 23 मार्च को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने जा रहे गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत स्वयं गौ आधारित प्राकृतिक खेती करते हैं.
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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. आचार्य देवव्रत के साथ संत महात्माओं द्वारा हवन यज्ञ के माध्यम से किसानों व आमजन से हवा, पानी, खेती, रसोई व पार्यावरण संरक्षण के लिए आह्वान किया जाएगा. प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए इतना बड़ा आयोजन संभवत: पहली बार हो रहा है, जिसमें 11 हजार से ज्यादा लोगों को शपथ दिलवाई जाएगी.
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गौरतलब है कि रासायनिक खाद के प्रयोग से हमारा खान-पान जहरीला होता जा रहा है, जिसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. लोग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इससे एक तरफ जहां आदमी शारीरिक रूप से कमजोर होता है वहीं दूसरी तरफ इलाज और दवाइयों पर खर्च होने की वजह से आर्थिक हालत भी कमजोर होती है. ऐसे में इस महायज्ञ का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. राधा स्वामी आश्रम से जुड़े खेती करने वाले अनुयायी अपनी कुल खेती योग्य जमीन का 10 से 20 प्रतिशत भी गौ आधारित प्राकृतिक खेती के रूप में अपनाते हैं तो प्रदेश में खेती का स्वरूप बदलता नजर आएगा.