अंबाला/फरीदाबाद: हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एसआरएल लैब मुसीबत में फंसती नज़र आ रही है. इस लैब पर फरीदाबाद, अंबाला समेत प्रदेश के कई जिलों में कोरोना वायरस की गलत टेस्टिंग करने का आरोप लगा है. जिसके बाद अंबाला स्वास्थ्य विभाग से लेकर केंद्र सरकार की सबसे बड़ी स्वास्थ्य एजेंसी आईसीएमआर ने भी इस लैब की जांच करने की बात कही है.
अंबाला में 4 मरीजों की गलत टेस्टिंग का आरोप
एसआरएल लैब को हरियाणा सरकार से मान्यता प्राप्त है. ये निजी लैब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कोरोना मरीजों की टेस्टिंग कर रही है. कुछ दिनों पहले इस लैब ने टेस्टिंग के दौरान अंबाला के 4 मरीजों को कोरोना पॉजिटिव बताया था. जिसमें एक अंबाला की एएनएम भी शामिल थी. लेकिन अगले ही दिन सरकारी अस्पताल में चारों मरीजों की जांच नेगेटिव निकली. जिसके बाद एसआरएल लैब पर सवाल उठने शुरू हुए. मामला अंबाला से जुड़ा था इसलिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जांच के आदेश देने में देरी नहीं की.
फरीदाबाद में भी गलत टेस्टिंग की शिकायत
अंबाला में टेस्टिंग पर उठे सवालों के बीच एसआरएल लैब का एक और कारनामा फरीदाबाद में भी सामने आया. जहां 67 वर्षीय रामगोपाल अग्रवाल को इस लैब ने कोरोना पॉजिटिव बता दिया. जिसके बाद पीड़ित बुजुर्ग को सरकारी अस्पताल में आइसोलेट किया गया और उनके घर वालों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. बाद में जांच के दौरान बुजुर्ग के सभी परिवार के लोगों के कोविड-19 के सैंपल नेगेटिव पाए गए. हालांकि बाद में डॉक्टरों ने रामगोपाल अग्रवाल का सरकारी अस्पताल में कोविड-19 का दो बार टेस्ट किया और दोनों ही बार रिपोर्ट नेगेटिव मिली.
फरीदाबाद में SRL लैब को कारण बताओ नोटिस
कोरोना वायरस के सैंपल की टेस्ट में लापरवाही बरतने वाली फरीदाबाद की एसआरएल निजी लैब को स्वास्थ विभाग की तरफ से कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. इस लैब ने दो लोगों को कोरोना वायरस का पॉजिटिव बताया था जबकि कोविड-19 अस्पताल के टेस्ट में दोनों ही लोग नेगेटिव निकले थे.