अंबाला: फ्रांस से खरीदे गए 5 आधुनिक फाइटर जेट राफेल भारत आने के 43 दिन बाद वायुसेना में शामिल हो गए हैं. राफेल को आधिकारिक रूप से गुरुवार को अम्बाला एयरफोर्स स्टेशन पर भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. ये राफेल विमान 17 गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन के हिस्सा बन गए हैं. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की डिफेंस मिनिस्टर फ्लोरेंस पार्ले की मौजूद रही.
सर्वधर्म पूजा से हुई कार्यक्रम की शुरूआत
सबसे पहले सर्वधर्म यानी हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के अनुसार राफेल के पूजा हुई. सभी धर्मों के गुरुओं ने विश्व शांति के लिए दुआ भी की. पूजा के बाद वायुसेना के विमानों ने खुले आसमान में अपनी ताकत का खुलकर प्रदर्शन किया. एयरपास्ट को देखकर फ्रांस की रक्षा मंत्री हैरान रह गई.
पूजा के बाद विमानों ने किया एयरपास्ट
सबसे पहले मिराज विमानों ने दुश्मनों को भारत की ताकत का अहसास करवाया. इसके बाद स्वदेशी सुखोई विमानों ने आसमान में करतब दिखाए. फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने एयरपास्ट की सराहना भी की. इसके बाद सारंग हेलीकॉप्टरों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए.
सर्वधर्म पूजा से लेकर वाटर कैनन सैल्यूट तक, यहां जानें राफेल के वायुसेना में शामिल होने की प्रक्रिया दमदार राफेल की शानदार एंट्री
इन सब के बाद इंतजार की घड़ियां खत्म हुई और राफेल विमान ने आसमान में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. राफेल की आवाज से आसमान गूंज उठा. इसके बाद भारतीय वायुसेना की तरफ से राफेल को वॉटर कैनन से सेल्यूट दिया गया. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राफेल का भारतीय वायुसेना में शामिल होना पूरी दुनिया के लिए कड़ा संदेश है, खासकर उनके लिए जो हमारे हक पर नजर डाल रहे हैं.
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि सुरक्षा की मौजूदा स्थिति को देखते हुए राफेल को शामिल करने का इससे अच्छा समय कोई और नहीं हो सकता था. राफेल जब भी जहां भी होगा ये दुश्मन के लिए हमेशा खतरा होगा.
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बता दें कि भारत ने फ्रांस के साथ 2016 में 58 हजार करोड़ रुपए में 36 राफेल जेट की डील की है. इनमें से 30 फाइटर जेट्स होंगे और 6 ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट होंगे. ट्रेनर जेट्स टू सीटर होंगे और इनमें भी फाइटर जेट्स जैसे सभी फीचर होंगे. भारत को जुलाई के आखिर में 5 राफेल फाइटर जेट्स का पहला बैच मिला. 27 जुलाई को 7 भारतीय पायलट्स ने राफेल लेकर फ्रांस से उड़ान भरी थी और 7,000 किमी का सफर तय कर 29 जुलाई को भारत पहुंचे थे. जिन्हें आज औपचारिक तौर पर भारतीय वायु सेना में शामिल कर लिया गया है.