अंबाला:यात्रियों के सामान का बोझ उठाने वाले कुली इन दिनों परेशान हैं.. कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है और ट्रेनें ना के बराबर चल रही हैं. ऐसे में असंगठित क्षेत्र के इन मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. कुलियों को कहना है कि अब उन्हें सरकार ही मदद दे सकती है.
कोरोना काल से पहले अंबाला रेलवे स्टेशन पर करीबन 150 कुली काम किया करते थे, लेकिन अब स्टेशन पर महज 40 से 50 कुली ही बचे हैं. भारतीय रेलवे में अपने वजूद की तलाश कर रहे इन कुलियों पर कोरोना आफत बनकर बरपा है. घर चलाना अब कुलियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.
लॉकडाउन में बदहाल हुए कुली!
कुली टोन पाल का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से स्टेशन पर अब नाम मात्र ट्रेनें ही आती हैं. ऊपर से महामारी के इस दौर में अधिकतर रेल यात्री अपने सामान को कुली के हवाले नहीं करते. ऐसे में हम क्या करें, क्या नहीं कुछ समझ नहीं आ रहा. हमारी प्रशासन से अपील है कि वो हमारी आर्थिक रूप से मदद करे. हम भी भारतीय रेलवे का एक अंग हैं.