अंबाला: लोग ज्यादा पैसे कमाने की लालच में अब्रॉड जाने के इच्छुक होते हैं. फ्रॉड एजेंट्स इसी का फायदा उठाकर लाखों रुपये तो ठग लेते हैं, लेकिन उनका कोई पता नहीं मिलता जो इनके शिकार होते हैं. इसी तरीके का मामला अंबाला से सामने आया. यहां एजेंटों ने 10 जुलाई को गुरविंदर नाम के शख्स को अवैध तरीके से इटली भेजा था. इसके लिए एजेंटों ने गुरविंदर के परिजनों से 15 लाख रुपये लिए थे, इसके बाद भी गुरविंदर इटली नहीं पहुंच सका.
रोमानिया के जंगल में गुरविंदर की मौत हो गई. इसकी जानकारी एजेंटों ने गुरविंदर के परिजनों को नहीं दी. एजेंटों ने कहा कि गुरविंदर अभी जेल में है. लेकिन एजेंटों का ये झूठ ज्यादा दिन नहीं चला. गुरविंदर के परिजनों को इस बात का पता 29 सितंबर को चला कि गुरविंदर की मृत्यु हो चुकी है. जैसे ही गुरविंदर के परिजनों को उसकी मौत का पता चला तो उन्होंने एजेंट के खिलाफ FIR दर्ज करवाई, उसके बावजूद भी पुलिस ने एजेंट पर कोई कार्रवाई नहीं की.
बुधवार को जब गुरविंदर का शव अंबाला पहुंचा तो परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. आरोपियों की पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन और ग्रामीण हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से मिलने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. जिसके बाद गुरविंदर के परिजन और ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर जाम (protest on national highway ambala) लगा दिया. पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए गुरविंदर के परिजनों को खूब समझाया, लेकिन वो नहीं माने.
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जिसके बाद पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए प्रदर्शनकारियों पर हलके बल का इस्तेमाल (police lathi charge in ambala) किया. मामले को बढ़ता देख पुलिस ने गुरविंदर के परिजनों की अनिल विज से मुलाकात करवाई. अनिल विज के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म किया. गुरविंदर के परिजनों ने पुलिस वालों पर आरोप लगाए कि अभी तक दोषियों को पकड़ा नहीं गया है. अंबाला के DSP राम कुमार ने बताया कि इस मामले में 2 एजेंट गिरफ्तार हो चुके हैं. 1 की गिरफ्तारी बाकी है.