अंबाला: हरियाणा में नगर निगम चुनाव को महज 9 दिन रह गए हैं. नामांकन की तारीख भी खत्म हो गई है. अंबाला में भी नगर निगम चुनाव की सरगर्मी बढ़ी हुई है.
अब अंबाला की नगर निगम चुनाव में वार्ड नंबर-20 की 3 महिला प्रत्याशियों के नामांकन रद्द हो गए हैं, जिसके बाद तीनों प्रत्याशी कार्यकर्ताओं के साथ देर रात डीसी रेजिडेंस पर आपत्ति दर्ज करवाने पहुंची, लेकिन कोई अधिकारी बात करने नहीं पहुंचा. वहीं शुक्रवार सुबह पूर्व केंद्रीय मंत्री और हरियाणा जन चेतना पार्टी के नेता विनोद शर्मा भी इन उम्मीदवारों के साथ धरने पर बैठे.
तीन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द
बता दें कि, जिन तीन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द हुए हैं उनमें कांग्रेस, हरियाणा जन चेतना पार्टी और एक आजाद प्रत्याशी शामिल है. अंबाला नगर निगम चुनाव को लेकर 27 दिसम्बर को वोटिंग होनी है और 16 तारीख नॉमिनेशन की आखरी तारीख थी. जिसके बाद देर रात महिला आरक्षित वार्ड 20 की तीन उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए गए.
इस वजह से हुआ रद्द
नामांकन रद्द करने का ये हवाला दिया गया कि इनके दस्तावेजों पर तहसीलदार के हस्ताक्षर नहीं थे. इससे नाराज कांग्रेस, हरियाणा जन चेतना पार्टी और आजाद प्रत्याशी डीसी रेजिडेंस पहुंचे और धरने पर बैठ गए. सभी प्रत्याशियों ने आपत्ति दर्ज करवाई और जान बूझकर उनके नामांकन रद्द करने के आरोप लगाए.
अंबाला में नामांकन रद्द होने पर उम्मीदवारों ने डीसी निवास के बाहर रात भर धरना दिया वार्ड नंबर 20 की तीन महिला प्रत्याशियों के जहां नामांकन रद्द होने पर सवाल खड़े हो गए वहीं वार्ड-19 के भी एक आजाद प्रत्याशी ने भी आरोप लगाए कि उनका नामांकन भी जानबूझकर रद्द कर दिया गया.
इस दौरान मौके पर मौजूद कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए कि भाजपा की मेयर प्रत्याशी की वोट ग्रामीण इलाके से थी, लेकिन उन्हें शहर में कैसे शिफ्ट कर दिया गया. उन्हें कई बार मौका दिया गया जबकि इन उम्मीदवारों की कोई ऑब्जेक्शन नहीं आई थी.
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रातभर धरने पर बैठी तीनों उम्मीदवार
अब इन तीनों उम्मीदवारों के नामांकन रद्द होने के बाद अंबाला में इस चुनावी मैदान में सिर्फ भाजपा व हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट के ही उम्मीदवार बचे हैं. इस दौरान मौके पर पहुंचे एडवोकेट ने बताया कि कानून रिटर्निंग अधिकारी सभी दस्तावेज चेक कर रही हैं. देर रात लगभग डेढ़ बजे से उपायुक्त निवास के बाहर बैठी महिला उम्मीदवारों से सुबह 5 बजे तक भी किसी अधिकारी ने संपर्क नहीं किया और ना ही उनकी बात सुनी.