अंबाला:कोरोना के चलते देश पूरी तरह से लॉक डाउन है. सड़कें सुनसान हैं तो बाजारों में सन्नाटा पसरा है, लेकिन इन सब के बीच अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाइवे पर इन दिनों पैदल यात्रा कर रहे सैंकड़ों लोग दिखाई दे रहे हैं. ये कोई तीर्थ यात्री नहीं बल्कि लॉकडाउन की मार झले रहे लोग हैं.
दरअसल, लॉकडाउन की वजह से सैकड़ों लोग ऐसे हैं जिनका रोजगार छिन गया है. उनके पास ना तो पैसे हैं और ना ही खाने की कोई व्यवस्था, ऐसे में कोई संसाधन नहीं होने की वजह से ये लोग पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े हैं.
लॉकडाउन के बाद पंजाब से अपने घर को निकले कई मजदूर अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाइवे से होते हुए उत्तरप्रदेश जा रहे लोगों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उनका काम छिन गया है. एक-दिन तक खाने की व्यवस्था हो गई, लेकिन अब जो सामान मिल भी रहा है वो बहुत महंगा है. उन्होंने कहा कि वो इस संकट के दौर में अपने घर जाना चाहते हैं.
ये भी पढ़िए:लॉक डाउन में क्या-क्या सहूलियत मिलती हैं और क्या अपराध की श्रेणी में आता है, जानें यहां
वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने घर जाने के लिए सरकार से कोई मदद की गुहार लगाई तो उन्होंने कहा कि उन्हें अब सरकार से कोई उम्मीद नहीं है. वो पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं. गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद हजारों की संख्या में गरीब तपके के लोग यूपी, बिहार , राजस्थान के लिए निकल पड़े हैं. कोई संसाधन नहीं होने की वजह से वो पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े हैं.