अंबाला: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने जंतर मंतर पर विरोध कर रहे पहलवानों को समर्थन दिया है. उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी और यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते उन्हें पद से हटाने की मांग की है. हरियाणा के गृह मंत्री ने कहा कि उन्हें विरोध करने वाले पहलवानों के लिए पूरी सहानुभूति और समर्थन है. उन्होंने पहलवानों को आश्वासन भी दिया कि वो उनकी ओर से सरकार के साथ मध्यस्थता और बातचीत करने के लिए तैयार हैं.
अनिल विज ने कहा कि मैं खेल मंत्री भी रह चुका हूं, इसलिए मेरी सहानुभूति और समर्थन विरोध करने वाले पहलवानों के साथ है. अगर वो चाहते हैं कि मैं मध्यस्थता करूं और सरकार से बात करूं, तो मैं ऐसा करने को तैयार हूं. इससे पहले, शुक्रवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दिल्ली पुलिस कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर रही है और प्रदर्शनकारी पहलवानों की मांगों को पूरा करने के लिए काम कर रही है.
उन्होंने पहलवानों से आग्रह किया कि चल रही जांच को खत्म होने दिया जाए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहलवानों की तरफ से एक समिति बनाने की मांग रखी गई थी और एक पैनल गठित किया गया था. दिल्ली पुलिस द्वारा दो एफआईआर भी दर्ज की गई हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस मामले में निष्पक्ष जांच कर रही है. बता दें कि दिल्ली के जंतर मंतर पर 23 अप्रैल से पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है. इनमें बजरंग पूनिया, विनेश फोगट और साक्षी मलिक शामिल हैं.
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उन्होंने आरोप लगाया कि 6 महिला पहलवानों और एक नाबालिग ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसपर कोई कार्रवाई नहीं की. प्रदर्शनकारी पहलवानों ने मांग की थी कि खेल मंत्रालय निरीक्षण समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाए. एक तरफ अनिल विज ने धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन किया तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि ये हरियाणा का नहीं बल्कि केंद्र का मामला है. सीएम मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज के बयानों में ये अंतर हरियाणा में राजनीतिक घमासान की ओर इशारा कर रहा है.