अंबाला: अनलॉक-1 के बाद केंद्र सरकार ने नए दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्यों में ढाबों और होटल्स को खोलने की इजाजत दी थी, लेकिन ढाबे खुलने के बाद भी इनका काम पूरी तरह से ठप पड़ा है. ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने अंबाला रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित ढाबा मालिकों से बात की.
ढाबा मालिकों ने हमें बताया कि उनका काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि भले ही सरकार ने हमें ढाबे और होटल खोलने की इजाजत दे दी हो, लेकिन अभी भी ग्राहकों की कमी काफी है. ढाबा मालिकों का कहना है कि लोग कोरोना के डर से घरों से बाहर कम निकल रहे हैं, इसलिए ग्राहकों की कमी है.
लॉकडाउन ने तोड़ी ढाबा मालिकों की कमर, अनलॉक-1 के बाद भी बैठे हैं खाली कोरोना के कारण ग्राहकों की कमी
ढाबे के मालिक अब ग्राहकों की राह ताकते रहते हैं, लेकिन पूरे दिन में इक्का-दुक्का ही ग्राहक ढाबे पर खाना खाने आते हैं. दरअसल, कोरोना के कारण लोगों में काफी डर बना हुआ है. जो लोग अपने काम के दौरान ढाबे पर खाना खा लेते थे वो भी अब घर का खाना खाने में ही अपने बेहतरी समझ रहे हैं.
ढाबा संचालकों ने बताया कि लॉकडाउन में दी गई ढील के वाबजूद उनका काम पूरी तरह से ठप है. आलम ये है ढाबा मालिक पर लेबर को भी पैसे नहीं दे पा रहे हैं. साथ ही बिजली बिल और अन्य टैक्स के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है.
अब ढाबा मालिकों की मांग है कि इनकी टाइमिंग को और बढ़ाया जाए. साथ ही इंटर स्टेस बसें और रेल गाड़ियों को आवागमन ज्यादा किया जाए, तभी इनका काम दोबारा से पटरी पर लौट सकेगा. गौरतलब है कि नेशनल हाईवे पर लोगों की आवाजाही अभी भी कम है, इसलिए इन ढाबा मालिकों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है.
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