अंबाला:एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार देश में स्वच्छता को लेकर तरह-तरह के अभियान चला रही है. जिस पर सरकार लाखों करोड़ रुपये खर्च कर रही है.
सूबे के मुखिया मनोहर लाल भी स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे करते दिखाई देते हैं, लेकिन क्या सिर्फ दावे करने से योजनाएं सफल हो जाती हैं. जवाब है नहीं, क्योंकि अगर सिर्फ दावे करने से स्थिति सुधर जाती तो गृहमंत्री अनिल विज के गृह जिले में इतनी गंदगी नहीं दिखाई देती.
अंबाला नगर निगम में स्वच्छता अभियान का बुरा हाल है. निगम में ही साफ-सफाई नहीं है. इतना ही नहीं पब्लिक टॉयलेट का भी बुरा हाल है. इन टॉयलेट्स में सफाई नाम की चीज बिल्कुल नहीं है. वहीं कुछ टॉयलेट्स पर तो नगर निगम ने ताला भी लटका दिया है.
नगर निगम में फैला है कूड़े का अंबार
जब ईटीवी भारत की टीम ने नगर निगम का दौरा किया. तो वहां भी साफ-सफाई कुछ खास नहीं दिखी. निगम के नजदीक जगाधरी गेट पर ही बने पब्लिक टॉयलेट में सफाई नहीं थी. वहीं अंबाला शहर के पार्क के नजदीक बने टॉयलेट्स पर ताला लगा मिला. वहां भी सफाई व्यवस्था ठीक नहीं थी. कूड़ादान साइड में रखा पड़ा था जहां गंदगी के अंबार लगे हुए थे.
ये भी पढ़ें: खबर दिखाने के बाद जागा प्रशासन! गोहाना सब्जी मंडी में नियमित रूप से की जा रही सफाई