अंबाला: नारायणगढ़ के गांव बडागांव के 55 वर्षीय आंगनवाड़ी हेल्पर कृष्णा देवी की 11 हजार वोल्ट की करंट लगने से मौत हो गई. विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्र को साफ करने व छत के ऊपर से घास आदि साफ करने की डयूटी हेल्पर की लगाई गई थी.
अंबाला में बिजली के झटके से आंगनवाड़ी सहायिका की मौत मृतक कृष्णा देवी आंगनवाड़ी की छत को साफ करने के लिए छत पर चढ़ी. काफी समय बीतने के बावजूद वो नीचे नहीं आईं तो स्कूल के कर्मचारी ने छत पर जाकर देखा कि कृष्णा देवी तारों के नीचे बेहोश पड़ी है.
दरअसल 11 हजार वोल्ट का तार छत से मात्र 2 फीट की ऊंचाई से गुजरती है. खबर मिलते ही गांव के लोग इकठ्ठा हो गए. तभी बिजली विभाग के एसडीओ सहित कर्मचारी और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी.
मृतक कृष्णा देवी के पति शिवराम ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी की मौत आंगनवाड़ी विभाग व बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुई है. बिजली की तारें आंगनवाड़ी के ऊपर से करीब 2 फुट की दूरी पर जाती है. विभाग द्वारा इसे ऊपर चढ़ाया गया कि वह ऊपर छत की सफाई करे. जबकि हेल्पर का काम नीचे खाना बनाने व सफाई करने का है.
शिवराम ने कहा कि आंगनवाड़ी विभाग की सुपरवाइजर जब भी आंगनवाड़ी में आती है तो इनको सफाई करने के लिए गालियां देती रहती थी, जिसके डर से सफाई करने के लिए यह ऊपर चढ़ गई. ऊपर से बिजली विभाग की भी लापरवाही है कि वह हाइवोल्टेज की तार को हटाया नहीं है.