भिवानी: पीएम मोदी द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत करने वाले प्रदेश हरियाणा में दहेज की बली चढ़ने वाली बेटियों की संख्या रूकने का नाम नहीं ले रही. ताजा मामला भिवानी का है जहां एक नव-विवाहिता ने फांसी का फंदा लगा कर अपनी जान दे दी. मृतका की महज एक महिने पहले शादि हुई थी, लेकिन दहेज के कारण इतनी परेशान हुई की जान देना ही आखिरी रास्ता बचा. इस मामले में दोनों पक्षों ने अस्पताल में हंगामा किया. मौके पर क्षेत्र के विधायक घनश्याम सर्राफ ने पहुंच कर दोनों पक्षों का शांत करवाया और पुलिस ने मृतका के पिता के बयान पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
क्या है पूरा मामला ?
जींद निवासी 30 वर्षिय अंजू की शादि एक माह पहेल बिते 8 दिसंबर को भिवानी के दिनोद गेट निवासी निशू के साथ हुई थी. परिजनों का आरोप है कि अंजू को शादि के अलगे दिन से ही ससूराल पक्ष के लोगों द्वारा दहेज को लेकर प्रताड़ीत किया जाने लगा.
मृतका के मामा मामन गोयल ने बताया कि अंजू के पति, सास और बुआ ने उसे गाड़ी और मकान बनाने के पैसे की मांग को लेकर शादि के अगले दिन से ही तंग करने लगे थे. मामा ने बताया कि हमारे पास भिवानी निवासी दूसरे दामाद का फोन आया और तब पूरी घटना का पता लगा. उन्होंने बताया कि अंजू अंदर फांसी लगाए हुई थी और उसके ससुराल के सभी लोग आराम से घर में बैठे हुए थे. उन्हें कोई दुख या परेशानी नहीं थी और ना ही किसी को कुछ बता रहे थे. मामा मामन गोयल ने कहा कि पुलिस ने मौके पर आकर दरवाजा तोड़ कर अंजू को फांसी के फंदे से उतारा है.