हिसार: 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 7 सीटों पर जीत का परचम लहराया था. वहीं इनेलो ने 2 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी. हालांकि इस बार चुनाव में हर सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इस खास पेशकश में पढ़िए हिसार लोकसभा सीट के बारे में-
लोकसभा चुनाव 2019: हिसार में आमने-सामने हैं देवीलाल और भजनलाल परिवार के बेटे, कौन मारेगा बाजी? लोकसभा चुनाव 2019 प्रत्याशी
- बृजेंद्र सिंह भाजपा
- भव्य बिश्नोई कांग्रेस
- दुष्यंत चौटाला जेजेपी
- सुरेश कौथ इनेलो
- सुरेंद्र शर्मा बीएसपी
हिसार लोकसभा क्षेत्र का दायरा
हिसार लोकसभा सीट में तीन जिलों की 9 विधानसभा सीटें आती हैं.
- आदमपुर
- उकलाना
- नारनौंद
- हांसी
- बरवाला
- हिसार
- नलवा
- उचाना
- बवानी खेड़ा
हिसार लोकसभा सीट में मतदाता
कुल- 1580349
- पुरुष- 851835
- महिला- 728514
हिसार लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
- दुष्यंत चौटाला इनेलो जीत 4,94,478 वोट मिले
- कुलदीप बिश्नोई हजकां हार 4,62,631 वोट मिले
हिसार का इतिहास
देश में पहले आम चुनाव यानि 1952 से ये लोकसभा सीट वजूद में है. तब पंजाब हरियाणा का विभाजन नहीं हुआ था और हिसार सीट पंजाब की एक बड़ी सीट के तौर पर देखी जाती थी. हिसार के कई राजनीतिक किस्से भी मशहूर हैं. जेपी आंदोलन के नायक जॉर्ज फर्नांडिस आपातकाल के दौरान करीब छह माह तक हिसार की जेल में बंद रहे थे. यहां जेल में रहते हुए उन्होंने बिहार की मुजफ्फरपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. खास बात यह है कि जॉर्ज के साथ हिसार जेल में राजनारायण भी बंद रहे थे, जिन्होंने रायबरेली से इंदिरा गांधी को हराया था.
वैसे तो चौटाला परिवार को हिसार में बड़े पैमाने पर जाट समुदाय का वोट मिलता है. लेकिन परिवार में दोफाड़ से 2019 में दोनों को नुकसान की संभावना है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस की राह आसान हो सकती है. 2014 के चुनाव से पहले हिसार को पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल और उनके पुत्र कुलदीप बिश्नोई का गढ़ माना जाता था. बता दें कि हिसार की सीट आज तक बीजेपी जीत नहीं पाई है. 1951 से अब तक यहां पर 7 पर कांग्रेस को कामयाबी मिली है, एक तरह से इस सीट पर पिछले करीब 3 दशक भजन लाल और देवी लाल के परिवार का कब्जा रहा है. पिछले तीन दशक में केवल 2004 में कांग्रेस के जय प्रकाश को यहां से जीत मिली थी.